लखनऊ : भौकाल के लिए लाइसेंस बनवा लिया और खरीद लिया असलहा, लेकिन अब लखनऊ पुलिस ऐसे सभी असलहा लाइसेंसधारियों का सत्यापन करा रही है. जिन पर असलहा का प्रदर्शन या दुरुपयोग करने का आरोप लगा हो. सत्यापन पूरा होने पर उनका लाइसेंस निरस्त किया जाएगा. ऐसे में लखनऊ पुलिस की साफ चेतवानी दे दी है कि भौकाल दिखाने वालों को असलहा रखने का हक नहीं है.
लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट की प्रवक्ता डीसीपी अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि राजधानी के सभी लाइसेंसी असलहा धारकों का सत्यापन किया जा रहा है. इसके तहत हमारी टीम सीसीटीएनएस के जरिए कई स्तरों पर जांच कर रही है. असलहा धारकों के नाम को पहले हमारी टीम सीसीटीएनएस में जांच रही है कि उनके खिलाफ कोई मुकदमा पंजीकृत है या नहीं. यदि है और उसमें असलहा के दुरुपयोग करने का उल्लेख है तो उनकी सूची बनाई जा रही है. इसके अलावा जिन असलहा धारकों को खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज है और विवेचना के दौरान सामने आया हो कि वे घटना कारित करते वक्त असलहा लगाए हुए थे. ऐसे लोगों की भी सूची बनाई जा रही है.
डीसीपी ने बताया कि इसके अलावा पुलिस कमिश्नरेट की एक टीम बनाई गई है जो असलहा धारकों को बेचे जाने वाले कारतूसों का सत्यापन करा रही है. ऐसे असलहा धारक जिन्होंने अधिक कारतूस खरीदे हों उन लोगों से हम खर्च किए गए कारतूसों का डिटेल लेंगे. यदि वो जानकारी साझा करने में आनाकानी करते हैं या फिर संतोषजनक जानकारी नहीं दे पाते हैं तो उनकी सूची बनाई जाएगी. डीसीपी के मुताबिक दोनों ही स्तर पर जांच पूरी होने के बाद जिलाधिकारी को इन सभी लाइसेंसी असलहाधारी के लाइसेंस निरस्त करने के लिए सिफारिश भेज दी जाएगी.
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