प्रयागराज : संगम नगरी प्रयागराज में एक तरफ लोग आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे रहे हैं. वहीं इस धार्मिक मेले में लोगों को अंधता का शिकार होने से बचाने और उन्हें जागरूक करने के लिए आईबिटीज़ कैंप लगाया गया है. मुंबई से पहुंचे स्पेशलिस्ट डॉक्टर यहां लोगों की आंखों की जांच के साथ उन्हें इलाज के रास्ते बता रहे हैं. साथ ही शुगर की वजह से आंखों में होने वाली तमाम बीमारियों से बचने के प्रति जागरूक भी कर रहे हैं.
परमार्थ निकेतन शिविर के बाहर चल रहे इस आई कैंप में प्रतिदिन हजारों लोगों की आंखों की जांच की जा रही है. साथ ही उनके ब्लड प्रेशर और शुगर की भी जांच कर उन्हें निशुल्क चश्मा और डॉक्टर की सलाह दी जा रही है. मुंबई से आए नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. निशांत कुमार की टीम प्रयागराज में कैंप लगाकर लोगों की आंखों की जांच कर रही है. कैंप में आंखों की जांच के साथ शुगर और बीपी टेस्ट भी किया जाता है.
मुंबई के हिंदुजा अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. निशांत कुमार ने बताया कि वे 2016 से शुगर की वजह से नेत्रहीन होने से लोगों को बचाने के लिए कार्य कर रहे हैं. दुनिया के अन्य देशों की तरह ही भारत में भी हर साल बड़ी संख्या में लोग डायबिटीज़ के चलते आंखों की रोशनी खो देते हैं. डायबिटीज़ की वजह से लोगों के आंखों की रोशनी जा रही है, उन्हें ग्लूकोमा हो रहा है, लेकिन वे ये नहीं समझ पाते कि आंखों की यह सब तकलीफ डायबिटीज़ की वजह से हो रही है. इसी कारण वे लगातार आंखों की बीमारी और डायबिटीज के संबंध की जानकारी देने के लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं.
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. निशांत कुमार ने बताया कि महाकुंभ में करोड़ों की भीड़ के आने के अनुमान को देखते हुए ही यहां कैंप लगाकर जागरूकता अभियान चलाने का फैसला लिया. इस दौरान उनकी तरफ से लगाए गए शिविर में आने वाले लोगों की आंखों की जांच के साथ ही उनका शुगर टेस्ट और बीपी चेक किया जाता है. साथ हो लोगों को डायबिटीज से होने वाले अन्य खतरों के साथ आंखों की रोशनी घटने से लेकर अंधता और ग्लूकोमा का शिकार होने की जानकारी साझा की जा रही है.