लखनऊ: काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) ने रविवार को आईसीएसई 10वीं और आईएससी 12वीं का परिणाम जारी कर दिया है. इस बार परिणाम में राजधानी के मेधावियों देश भर में अपनी योग्यता का परचम लहराया है. आईएससी 12वीं के परिणाम में नेशनल मेरिट लिस्ट के प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर सीएमएस के 8 छात्रों ने कब्जा जमाया है.
इसमें सीएमएस राजाजीपुरम (प्रथम कैम्पस) के छात्र मोहम्मद अर्यान तारिक 99.75 प्रतिशत अंक अर्जित कर ऑल इण्डिया टॉपर बने हैं. वहीं, 99.50 प्रतिशत अंको के साथ सीएमएस के 3 छात्रों, राजेन्द्र नगर (प्रथम कैम्पस) के छात्र तनिष्क सोनकर, राजाजीपुरम (प्रथम कैम्पस) की छात्रा अर्पिता सिंह व छात्रा आयशा खान ने राष्ट्रीय स्तर पर द्वितीय रैंक अर्जित की है.
इसी प्रकार, सीएमएस के 4 छात्रों ने 99.25 प्रतिशत अंको के साथ राष्ट्रीय स्तर पर तृतीय रैंक अर्जित की है, जिनमें छात्र अभिदीप शिखर व आदित्य यादव, छात्रा श्रेयसी गुप्ता, जान्हवी मिश्रा शामिल हैं. आईसीएसई (कक्षा-10) की बोर्ड परीक्षा में सीएमएस के 15 छात्रों ने नेशनल मेरिट लिस्ट के द्वितीय व तृतीय स्थानों पर कब्जा जमाया है. 99.60 प्रतिशत अंको के छत्रा अनुकृति दिनेश राय और छात्र श्रेष्ठ मेहरोत्रा ने द्वितीय नेशनल रैंक अर्जित की है जबकि 99.40 प्रतिशत अंकों के साथ सीएमएस के 13 छात्रों ने तृतीय नेशनल रैंक अर्जित की है. इसमें अक्षत यादव, हशीर शेख, सोहम त्रिपाठी व शिवांग कुमार शुक्ला, नित्या मिश्रा, चौक कैम्पस के मोहम्मद सायम सुल्तान एवं सुकृति त्रिपाठी, महानगर कैम्पस के अशीष शुक्ला, रितिज पाठक, रितिशा पाठक, सार्थ तिवारी, सकीना हसन एवं राजाजीपुरम (प्रथम कैम्पस) के छात्र निखिल सक्सेना शामिल हैं.
इंजीनियर बनना चाहती है अनुकृति दिनेश राय : सीएमएस के आईसीएसई से 99.60 प्रतिशत अंक अर्जित कर देश में दूसरा स्थान हासिल करने वाली अनुकृति दिनेश राय ने बताया कि उनके पिता दिनेश कुमार राय निजी कम्पनी में इंजीनियर पद पर कार्यरत हैं. उनसे प्रेरित होकर वह भविष्य में इंजीनियर बनना चाहती है. बताया कि पढ़ाई के लिए लक्ष्य निर्धारित ही पढ़ाई की है. करीब तीन से चार घंटे पढ़ाई करती थी. हमेशा सेल्फ स्टडी ही की है. कभी ऑनलाइन टीचिंग एप का इस्तेमाल नहीं किया. इनके मैथ्स व साइंस में 100 अंक और इंग्लिश, हिस्ट्री, ज्योग्राफी और हिन्दी में 99 अंक हासिल किये है. इनकी माता सुनीता राय गृहिणी है.
सीएमएस के आईसीएसई से 99.40 प्रतिशत अंक अर्जित कर देश में तीसरा स्थान हासिल करने वाली नित्या मिश्रा ने बताया कि विदेश से साफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहती है. इससे उन्हें दूसरे देश की संस्कृति का ज्ञान और लोगों से मिलने का मौका मिलेगा. इनके पिता विशाल मिश्रा प्राइवेट कंपनी में डीजीएम और माता दीप्ति मिश्रा सरकारी स्कूल में शिक्षिका है. इन्होंने पढ़ाई के लिए ट्यूशन क्लास की थी, लेकिन कभी ऑनलाइन क्लास का सहारा नहीं लिया.
शुभि यादव की ऑल इंडिया पांचवी रैंक : आईसीएसई 10वीं और आईएससी 12वीं का परिणाम में जोसेफ समूह के विद्यार्थियों ने भी बेहतर प्रदर्शन किया है. आईसीएसई कक्षा 10 में शुभि यादव ने 99 प्रतिशत अंक प्राप्त किए है. वहीं जान्हवी तिवारी 98.6 प्रतिशत अंक प्राप्त कर समूह की शाखाओं में दूसरे स्थान पर रही. वही आईएससी 12वीं में सीतापुर रोड शाखा की रिचा पटेल 97.75 प्रतिशत अंक प्राप्त कर टॉपर बनी वहीं सतविन्दर कौर ने 97.25 प्रतिशत तथा सीतापुर रोड शाखा के प्रबल पोद्दार भी 97.25 प्रतिशत अंक प्राप्त किए.
रानी लक्ष्मी बाई स्कूल के गगन मिश्रा 12वीं में स्कूल टॉपर : रानी लक्ष्मीबाई मेमोरियल स्कूल में 12वीं की परीक्षा में शामिल हुए विद्यालय के 26 विद्यार्थियों में तीन ने 90 प्रतिशत से अधिक अंकों के साथ सफलता हासिल की है. इसमें गगन मिश्रा ने 12वीं में 97.5 प्रतिशत अंक हासिल स्कूल में टॉप किया है. इसके अलावा प्रखर कुमार ने 92.75 प्रतिशत और सक्षम बिष्ट ने 92.25 प्रतिशत अंक हासिल कर स्कूल का मान बढ़ाया है. वहीं, आईसीएसई 10वीं में आयूष वर्मा 98.8 प्रतिशत और अंश सिंह 97.4 प्रतिशत और आयुष श्रीवास्तव 97.4 प्रतिशत अंक हासिल किया है.
कार्डियोलॉजिस्ट बनना है : मो. अर्यान
सीएसएस के आईएससी में 99.75 प्रतिशत अंक अर्जित कर देश में प्रथम स्थान हासिल करने वाले मो. अर्यान तारिक ने बताया कि वह भविष्य में कार्डियोलॉजिस्ट बनना चाहते हैं. वह प्रत्येक दिन स्कूल से आने के बाद तीन से चार घंटे पढ़ाई करते थे. वह जो टॉपिक नहीं समझ में आता था, उसे यू ट्यूब से पढ़कर तैयार करते थे. उन्होंने टाइम टेबल नहीं बनाया था. इनके कैमिस्ट्री, बायोलॉजी, फिजिकल एजुकेशन में 100 और इंग्लिश, बायोटेक, फिजिक्स में 99 अंक हासिल किए हैं. इनके पिता तारिक नफीस प्राइवेट कंपनी में रीजिनल हेड और माता शिमायला तारिक गृहिणी हैं.
मनोवैज्ञानिक बनना है: आयशा खान
सीएमएस के आईएससी में 99.50 प्रतिशत अंक अर्जित कर देश में दूसरा स्थान हासिल करने वाली आयशा खान ने बताया कि वह भविष्य में मनोवैज्ञानिक बनना चाहती हैं. उनका मानना है कि पूरे साल मेहनत से मन लगाकर पढ़ाई करनी चाहिए. सामान्य रूप से वह प्रतिदिन तीन से चार घंटे पढ़ाई करती थी, लेकिन परीक्षा के समय यह समय सात से आठ घंटे और इससे भी ज्यादा हो जाता था. उन्हें जो समझ नहीं आता था उसे यू-ट्यूब से पढ़कर तैयार करती थी. उन्होंने टाइम टेबल नहीं बनाया था. इनके पिता अनवार अहमद खान इंडियन ओवरसीज बैंक से मैनेजर पोस्ट से सेवानिवृत्त और माता हसीब खान गृहिणी हैं.