लखनऊ : कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों (Kasturba Gandhi Girls Residential Schools) में पढ़ रही छात्राओं की उपस्थिति को सही से मॉनिटरिंग न करने पर महानिदेशक स्कूल शिक्षा (Director General School Education) ने प्रदेश के 38 जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों (Basic Education Officer) को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. आदेश में महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद ने कहा है कि छात्राओं की उपस्थिति एक महत्वपूर्ण इण्डीकेटर है और इस पर ध्यान न दिया जाना नियम के खिलाफ है. उन्होंने एक अन्य आदेश जारी कर सभी केजीबीवी के निरीक्षण के आदेश दिए हैं. इसके लिए दो सदस्यीय 18 मॉनिटरिंग टीमें बनाई गई है. इन्हें 18 जिलों में जाकर 5-5 स्कूलों का निरीक्षण करना होगा.
बीते दिनों केजीबीवी (Kasturba Gandhi Girls Residential Schools) में फेस रिकग्नीशन के माध्यम से हाजिरी ली जा रही है. प्रेरणा पोर्टल पर इसकी मॉनिटरिंग (Monitoring of Kasturba Gandhi Schools) में पाया गया कि इसमें छात्राएं कम दिख रही हैं. जबकि सरकार से बजट ज्यादा छात्राओं के आधार पर लिया जा रहा है. लिहाजा सघन निरीक्षण किया जाएगा. केजीबीवी में छात्राओं को आवासीय सुविधा के साथ पढ़ाई की सुविधा दी जाती है. महानिदेशक ने आदेश जारी करते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों, डायट प्राचार्य समेत अन्य अधिकारियों से हर महीने निरीक्षण करने और इसकी रिपोर्ट हर महीने की 25 तरीख तक भेजने के निर्देश दिए हैं.
21 डीआईओएस को मिला प्रमोशन : बेसिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग में 21 जिला विद्यालय निरीक्षकों व समकक्ष स्तर के अधिकारियों को उप शिक्षा निदेशक/ समकक्ष स्तर के पद पर प्रोन्नति दे दी गई है. राजेन्द्र कुमार पांडेय, गजेन्द्र कुमार, हिफजुर्रहमान, भगवत पटेल, श्याम नारायण सिंह, राम शंकर, बृजेन्द्र कुमार, राजेन्द्र बाबू, चन्द्रशेखर मालवीय, मनमोहन शर्मा, नन्द कुमार, रीतू गोयल, अशोक नाथ तिवारी, राम नारायण विश्वकर्मा, आदर्श कुमार त्रिपाठी, अनुराधा शर्मा, गंगा सिंह राजपूत, मुनेश कुमार, दीपा तिवारी, नीलम, सतीश कुमार तिवारी को प्रोन्नति दी गई है. प्रमुख सचिव दीपक कुमार ने आदेश जारी कर दिया है.