लखनऊ : लगातार प्रदेश में इन दिनों कोविड के मरीज मिल रहे हैं. गुरुवार को एक महिला मरीज कोविड पॉजिटिव मरीज मिली है. यह मरीज अलीगंज की रहने वाली है. बीते दिन कोविड से पीड़ित एक महिला मरीज की मौत हुई थी, जिसका इलाज पीजीआई से चल रहा था. कुछ दिन पहले ही वह केरल से वापस लौटी थी. वर्तमान में लखनऊ में सक्रिय केसों की संख्या एक है. स्वास्थ्य विभाग इस समय काफी अलर्ट है.
आरटीपीसीआर जांच कराई गई : स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी सीएमओ डॉ. एमके सिंह ने कहा कि 'राजधानी लखनऊ में इस समय सक्रिय केसों की संख्या एक है. गुरुवार को एक कोविड पीड़ित महिला मिली है. महिला 25 दिसंबर को इंदौर से लौटीं थी. जिसके बाद उसे सर्दी जुखाम बुखार था. इसके बाद डॉक्टरों ने उसकी आरटीपीसीआर जांच कराई. रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद महिला आइसोलेशन में थी. इसके बाद महिला के परिजनों की भी जांच कराई गई. हालांकि, सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई. उन्होंने बताया कि कोविड-19 से बचाव के लिए साविधानियां बरतनी चाहिए. वृद्ध एवं बच्चों को भीड़ वाली जगहों पर ले जाने से बचें. सार्वजनिक स्थलों, कार्यालयों, बाजारों एवं अन्य भीड़ वाले स्थानों पर मास्क, सेनेटाइजर की व्यवस्था करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करें.
पीजीआई में इलाज के दौरान हुई थी मरीज की मौत : बता दें कि बीते बुधवार को कोरोना पॉजिटिव 63 वर्षीय महिला की एसजीपीजीआई में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. महिला किडनी समेत कई अन्य बीमारियों से पीड़ित थी. इतना ही नहीं महिला बीते दिनों केरल के तिरुवनंतपुरम से लौटी थी. वह लखनऊ की निगोहां की रहने वाली थी. दरअसल, केरल से लौटने के बाद महिला की तबीयत बिगड़ गई थी. इलाज के लिए वह एसजीपीजीआई पहुंची थी. जहां पर जांच के दौरान महिला में कोविड संक्रमण की पुष्टि हुई थी. वहीं नए वैरियंट जेएन-1 की आशंका के साथ स्वास्थ्य विभाग ने जांच के नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे थे.
वायरस से सावधान रहने की सलाह : इस साल कोरोना के नए वैरियंट जेएन-1 के मामले आने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने अलर्ट जारी कर रखा है. पूरे देश मे इसको लेकर अलर्ट पहले ही जारी किया जा चुका है. कोरोना वायरस के नये वेरिएंट जेएन.1 को लेकर लोगों में दिन प्रतिदिन चिंता बढ़ती जा रही है. विशेषज्ञों की मानें तो जेएन.1 वेरिएंट में संक्रामकता बहुत ज्यादा है. यह बहुत तेजी से फैलने वाला वेरियंट है, लेकिन यह स्वस्थ व्यक्तियों के जीवन के लिए खतरनाक नहीं बताया जा रहा है, लेकिन गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को इस वायरस से सावधान रहने की सलाह दी गई है. विशेषज्ञों का कहना है कि उनके लिए यह वायरस समस्या पैदा कर सकता है. यानि खतरनाक साबित हो सकता है. इसके अलावा जो लोग किडनी, लीवर, हार्ट की गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं वह भी सतर्क रहें.