लखनऊ : घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार हुए रेलवे अधिकारी अरुण कुमार मित्तल के खिलाफ सीबीआई, लखनऊ की एंटी करप्शन ब्रांच ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का केस दर्ज किया है. सीबीआई को जांच में नॉर्दन रेलवे में डिप्टी चीफ इंजीनियर (निर्माण) के पद पर तैनात रहे अरुण मित्तल की करीब तीन करोड़ की चल अचल संपत्ति का पता चला था, जिसके बाद सीबीआई इंस्पेक्टर अमित कुमार की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज की गई है.
दरअसल, सीबीआई ने अरुण कुमार मित्तल को 2 दिसंबर को निजी कंपनी के ठेकेदार सुनील कुमार श्रीवास्तव से बिल पास करने के एवज में 50 हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था, जिसके बाद सीबीआई ने 6 दिसंबर को छापेमारी की थी, इस दौरान रेलवे अधिकारी के आवास, लॉकर और बैंक खाते से एक करोड़ रुपये और लाखों के जेवरात बरामद हुए थे. सीबीआई को आवास से 36 लाख रुपये नकद और तीन बैंक लॉकरों में 1.02 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए थे. इसके अलावा लॉकर से 11 लाख के जेवरात, 75 लाख की एफडीआर और परिजनों के खाताें में 20 लाख रुपये होने का भी पता चला.
सीबीआई की जांच में सामने आया कि जनवरी 2020 से दिसंबर 2022 के बीच अरुण ने अपने व परिजनों के नाम करीब 3.08 करोड़ की चल-अचल संपत्तियां अर्जित की हैं. इस अवधि में उसकी कुल आय 30.26 लाख थी, जिसमें से 20.50 लाख रुपये व्यय भी किए थे. जांच में करीब 2.98 करोड़ रुपये गैरकानूनी तरीके से अर्जित किए जाने और चल-अचल संपत्तियों में निवेश करने की पुष्टि पर सीबीआई ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में केस दर्ज कर लिया है.
यह भी पढ़ें : Accident In Lucknow : क्रॉसिंग पार करते समय दो मजदूरों की ट्रेन की चपेट में आने से मौत