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लखनऊ: शिया पर्सनल लॉ बोर्ड का राष्ट्रीय अधिवेशन सम्पन्न, तमाम मुद्दों पर हुई चर्चा - लखनऊ ताजा समाचार

राजधानी लखनऊ में आयोजित ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के राष्ट्रीय अधिवेशन में तमाम मुद्दों पर चर्चा की गई. इस मौके पर शिया धर्म गुरुओं ने कैब को देश के लिए सही नहीं बताया.

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मौलाना सैफ अब्बास
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Published : Dec 8, 2019, 6:47 PM IST

लखनऊ: प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड का 14वां राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित किया गया. इसमें देश भर से कई शिया धर्म गुरुओं की सरपरस्ती में शिया समुदाय के अलावा मुसलमानों से जुड़े तमाम मुद्दों पर चर्चा की गई.

शिया पर्सनल लॉ बोर्ड का राष्ट्रीय अधिवेशन सम्पन्न.

मुस्लिम धर्मगुरुओं ने देश में चल रहे कैब, एनआरसी और शिया-सुन्नी वक्फ बोर्ड के मर्जर पर आम राय तय की. इस मौके पर ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता और शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास ने शिया-सुन्नी वक्फ बोर्ड को एक किए जाने को लेकर कहा कि शिया और सुन्नी वक्फ बोर्ड अगर एक होते हैं तो इसमें दोनों समुदाय को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. इसके अलावा मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि सच्चर कमेटी में भी शिया समुदाय को नजरअंदाज किया गया है, लिहाजा शिया समुदाय के लिए एक ऐसा कमीशन बने जो भारत में रहने वाले तकरीबन सात करोड़ शिया समुदाय से जुड़े लोगों के हालात का जायजा ले.

इसे भी पढ़ें- अलीगढ़: आडवाणी के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट, AMU के छात्र सहित दो पर केस दर्ज

वहीं इस मौके पर ऑल इंडिया शिया मरकजी चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि अब तक हमारे समुदाय को नजरअंदाज किया जाता रहा है, लेकिन जब कोई समुदाय एक हो जाता है तो सरकार को भी उसके आगे झुकना पड़ता है. इसके अलावा मौलाना सैफ अब्बास ने देश में चल रहे मौजूदा मुद्दों पर बातचीत करते हुए कहा कि एनआरसी और अयोध्या मामले में रिव्यू पिटिशन पर जो मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का स्टैंड है, वही शिया पर्सनल लॉ बोर्ड का भी है. वहीं कैब को लेकर उन्होंने कहा कि हिंदू-मुसलमान के नाम पर मुल्क में सियासत हो रही है, जो देश के लिए सही नहीं है.

लखनऊ: प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड का 14वां राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित किया गया. इसमें देश भर से कई शिया धर्म गुरुओं की सरपरस्ती में शिया समुदाय के अलावा मुसलमानों से जुड़े तमाम मुद्दों पर चर्चा की गई.

शिया पर्सनल लॉ बोर्ड का राष्ट्रीय अधिवेशन सम्पन्न.

मुस्लिम धर्मगुरुओं ने देश में चल रहे कैब, एनआरसी और शिया-सुन्नी वक्फ बोर्ड के मर्जर पर आम राय तय की. इस मौके पर ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता और शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास ने शिया-सुन्नी वक्फ बोर्ड को एक किए जाने को लेकर कहा कि शिया और सुन्नी वक्फ बोर्ड अगर एक होते हैं तो इसमें दोनों समुदाय को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. इसके अलावा मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि सच्चर कमेटी में भी शिया समुदाय को नजरअंदाज किया गया है, लिहाजा शिया समुदाय के लिए एक ऐसा कमीशन बने जो भारत में रहने वाले तकरीबन सात करोड़ शिया समुदाय से जुड़े लोगों के हालात का जायजा ले.

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वहीं इस मौके पर ऑल इंडिया शिया मरकजी चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि अब तक हमारे समुदाय को नजरअंदाज किया जाता रहा है, लेकिन जब कोई समुदाय एक हो जाता है तो सरकार को भी उसके आगे झुकना पड़ता है. इसके अलावा मौलाना सैफ अब्बास ने देश में चल रहे मौजूदा मुद्दों पर बातचीत करते हुए कहा कि एनआरसी और अयोध्या मामले में रिव्यू पिटिशन पर जो मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का स्टैंड है, वही शिया पर्सनल लॉ बोर्ड का भी है. वहीं कैब को लेकर उन्होंने कहा कि हिंदू-मुसलमान के नाम पर मुल्क में सियासत हो रही है, जो देश के लिए सही नहीं है.

Intro:ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड का 14 वां राष्ट्रीय अधिवेशन उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित हुआ, जिसमें देशभर से कई शिया धर्म गुरुओं की सरपरस्ती में शिया समुदाय के अलावा देश में चल रहे मुसलमानों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के साथ आम राय तय हुई।


Body:ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन में मुसलमानों से जुड़े तमाम मुद्दों पर शिया धर्म गुरुओं ने अपने खयालात का इजहार करते हुए देश में चल रहे कैब एनआरसी और शिया सुन्नी वक्फ बोर्ड के मर्जर पर आमराय तय की गई। इस खास मौके पर ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता और शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास ने शिया सुन्नी वक्फ बोर्ड को एक किए जाने पर ऐतराज करते हुए कहा कि शिया और सुन्नी वक्फ बोर्ड अगर एक होते हैं तो इसमें दोनों समुदाय को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि सच्चर कमेटी में भी शिया समुदाय को नजरअंदाज किया गया है लिहाजा शिया समुदाय के लिए एक ऐसा कमीशन बने जो भारत में रहने वाले तकरीबन सात करोड़ शिया समुदाय से जुड़े लोगों के हालात का जायजा ले।

वहीं इस मौके पर ऑल इंडिया शिया मरकज़ी चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि अब तक हमारे समुदाय को नजरअंदाज किया जाता रहा है लेकिन जब कोई समुदाय एक हो जाता है तो सरकार को भी उसके आगे झुकना पड़ता है इसके अलावा मौलाना सैफ अब्बास ने देश में चल रहे मौजूदा मुद्दों पर बातचीत करते हुए कहा कि एनआरसी और अयोध्या मामले में रिव्यू पिटिशन पर जो मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का स्टैंड है वही शिया पर्सनल लॉ बोर्ड का भी मानना है लेकिन जो कैब का मामला है उस पर हिंदू मुसलमान के नाम पर मुल्क में सियासत हो रही है जो देश के लिए सही नही है।

बाइट1- मौलाना सैफ अब्बास, शिया धर्मगुरु ( काली पगड़ी में जो दिख रहे)

बाइट2- मौलाना यासूब अब्बास, प्रवक्ता, शिया पर्सनल लॉ बोर्ड


Conclusion:गौरतलब है कि देश में शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के अलावा ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, जमीयत उलेमा ए हिन्द, जमात ए इस्लामी समेत तमाम मुस्लिम संस्थाएं है जो वक्त वक्त पर मुसलमानों से जुड़े तमाम मुद्दों पर अपने जलसों के दौरान अपनी राय पेश करती आई हैं लेकिन यह भी हकीकत है कि आजादी के बाद से मुसलमानों के हालात में कोई खास इजाफा नहीं हुआ है जिसके लिए सबको एक मंच से आकर देश की तरक्की और हिफाजत का खास ख्याल रखते हुए एकता का परचम बुलंद करने की जरूरत मालूम देती है।
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