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ये भाग दौड़ भरी जिंदगी कहीं बना न दें एनीमिया का शिकार - लखनऊ मेडिकर कॉलेज

भाग-दौड़ भरी जिंदगी में सेहत का ख्याल कहीं पीछे छूट जाता है. महिलाओं के साथ ये समस्या और भी ज्यादा होती है क्योंकि उन्हें खुद के साथ परिवार का ख्याल भी रखना पड़ता है. ऐसे में कई बार महिलाएं एनीमिया का शिकार हो जाती हैं. आइए जानते हैं एनीमिया से बचाव के उपाय...

महिलाएं दें सेहत पर ध्यान
महिलाएं दें सेहत पर ध्यान
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Published : Mar 13, 2021, 6:20 PM IST

लखनऊ: आज की महिलाएं घर के अलावा बाहर के कामों में भी आगे हैं. लेकिन महिलाएं अपनी सेहत की फिक्र किए बगैर दूसरों की सेहत पर ज्यादा ध्यान देती हैं. वहीं अच्छी तरह से खानपान नहीं करने के कारण महिलाओं में खून की कमी हो जाती है. जिसके कारण वह एनीमिया का शिकार हो जाती हैं. न सिर्फ महिलाएं बल्कि आज के दौर में 15 से 30 साल की उम्र की लड़कियां भी एनीमिया का शिकार हो जाती हैं. अच्छी तरह से खानपान न होने के कारण और आयरन की कमी के कारण एनीमिया की संभावनाएं बढ़ जाती हैं.

एनीमिया से बचाव पर खास बात-चीत
यह भी पढ़ें: कॉलोनियों में रखरखाव और अन्य जिम्मेदारी ऐसे निभाती है RWA

महिलाएं रखें सेहत का ख्याल

क्वीन मैरी अस्पताल की महिला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर रेखा सचान बताती हैं कि भारत में महिलाएं अपने घर परिवार का ज्यादा ख्याल रखने के कारण खुद का ख्याल रखना भूल जाती हैं. जिसके कारण उन्हें किशोरावस्था में ही एनीमिया हो जाता है. ऐसे में शादी के बाद गर्भवती होने पर एनीमिया के लक्षण और उभर कर सामने आने लगते हैं. ऐसे में उनकी जान का खतरा बढ़ जाता है. साथ ही बच्चे की ग्रोथ में और मानसिक ग्रोथ में कमी आ जाती है. कभी-कभी तो इसका खतरा इतना बढ़ जाता है कि महिलाओं की जान पर भी बन आ जाती है.

क्या है एनीमिया के लक्षण

  • थकावट और कमजोरी महसूस होना
  • त्वचा का सफेद हो जाना
  • हाथ पैर के नाखून, जीभ और आंख में सफेदी दिखाई देना
  • बेहोश हो जाना, सांस फूलना और हृदय की गति तेज हो जाना
  • चेहरे और पैरों में सूजन का होना
  • कमजोरी की वजह से बैठते और लेटते वक्त चक्कर आना

    कैसे करें बचाव
  • एनीमिक महिलाओं को जल्दी जल्दी गर्भ धारण करने से बचना चाहिए
  • विटामिन ए और सी का सेवन करें
  • खाने में आयरन युक्त चीजों का सेवन करें
  • खाना खाने के बाद चाय के सेवन से बचें
  • एनीमिया से पीड़ित लड़कियां एवं गर्भवती महिलाएं आयरन टेबलेट का सेवन करें
  • एनीमिया से बचने के लिए स्वच्छ पेयजल का इस्तेमाल करें
  • स्वच्छ शौचालय का इस्तेमाल करें.

    कारण
  • कम उम्र में खून की कमी के कारण एनीमिया हो जाता है
  • पेट में कीड़े पड़ने के कारण भी खून की कमी होती है जिसके कारण एनीमिया की संभावना बढ़ जाती है
  • बार बार गर्भधारण करना
  • आयरन युक्त हरी सब्जियों का सेवन न करने के कारण भी एनीमिया होता है.
  • शरीर से खून निकलना (दुर्घटना, चोट, घाव आदि में खून बहना)
  • शौक, उल्टी, खांसी के साथ खून का आना.
  • सही खानपान नहीं होने के कारण एनीमिया हो जाता है.
  • माहवारी के दौरान अधिक मात्रा में खून आना.

    ये भी जानें
  • खून की कमी से होने वाले एनीमिया एक खतरनाक बीमारी है. एनीमिया के कारण महिलाओं को अन्य बीमारियां भी होने लगती है.
  • शरीर में खून की कमी हो जाने के कारण महिलाओं को एनीमिया हो जाती है.
  • भारत में 70% से अधिक गर्भवती महिलाएं एनीमिया से पीड़ित हैं.
  • गर्भवती महिलाओं में एनीमिया की शिकायत ज्यादा बढ़ जाती है क्योंकि उन्हें बढ़ते शिशु के लिए रक्त निर्माण करना पड़ता है.
  • एनीमिया की से पीड़ित गर्भवतियों को प्रसव के दौरान काफी दिक्कत उठानी पड़ती है. और कई बार ऐसे केस में प्रसूता की जान तक चली जाती है.

लखनऊ: आज की महिलाएं घर के अलावा बाहर के कामों में भी आगे हैं. लेकिन महिलाएं अपनी सेहत की फिक्र किए बगैर दूसरों की सेहत पर ज्यादा ध्यान देती हैं. वहीं अच्छी तरह से खानपान नहीं करने के कारण महिलाओं में खून की कमी हो जाती है. जिसके कारण वह एनीमिया का शिकार हो जाती हैं. न सिर्फ महिलाएं बल्कि आज के दौर में 15 से 30 साल की उम्र की लड़कियां भी एनीमिया का शिकार हो जाती हैं. अच्छी तरह से खानपान न होने के कारण और आयरन की कमी के कारण एनीमिया की संभावनाएं बढ़ जाती हैं.

एनीमिया से बचाव पर खास बात-चीत
यह भी पढ़ें: कॉलोनियों में रखरखाव और अन्य जिम्मेदारी ऐसे निभाती है RWA

महिलाएं रखें सेहत का ख्याल

क्वीन मैरी अस्पताल की महिला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर रेखा सचान बताती हैं कि भारत में महिलाएं अपने घर परिवार का ज्यादा ख्याल रखने के कारण खुद का ख्याल रखना भूल जाती हैं. जिसके कारण उन्हें किशोरावस्था में ही एनीमिया हो जाता है. ऐसे में शादी के बाद गर्भवती होने पर एनीमिया के लक्षण और उभर कर सामने आने लगते हैं. ऐसे में उनकी जान का खतरा बढ़ जाता है. साथ ही बच्चे की ग्रोथ में और मानसिक ग्रोथ में कमी आ जाती है. कभी-कभी तो इसका खतरा इतना बढ़ जाता है कि महिलाओं की जान पर भी बन आ जाती है.

क्या है एनीमिया के लक्षण

  • थकावट और कमजोरी महसूस होना
  • त्वचा का सफेद हो जाना
  • हाथ पैर के नाखून, जीभ और आंख में सफेदी दिखाई देना
  • बेहोश हो जाना, सांस फूलना और हृदय की गति तेज हो जाना
  • चेहरे और पैरों में सूजन का होना
  • कमजोरी की वजह से बैठते और लेटते वक्त चक्कर आना

    कैसे करें बचाव
  • एनीमिक महिलाओं को जल्दी जल्दी गर्भ धारण करने से बचना चाहिए
  • विटामिन ए और सी का सेवन करें
  • खाने में आयरन युक्त चीजों का सेवन करें
  • खाना खाने के बाद चाय के सेवन से बचें
  • एनीमिया से पीड़ित लड़कियां एवं गर्भवती महिलाएं आयरन टेबलेट का सेवन करें
  • एनीमिया से बचने के लिए स्वच्छ पेयजल का इस्तेमाल करें
  • स्वच्छ शौचालय का इस्तेमाल करें.

    कारण
  • कम उम्र में खून की कमी के कारण एनीमिया हो जाता है
  • पेट में कीड़े पड़ने के कारण भी खून की कमी होती है जिसके कारण एनीमिया की संभावना बढ़ जाती है
  • बार बार गर्भधारण करना
  • आयरन युक्त हरी सब्जियों का सेवन न करने के कारण भी एनीमिया होता है.
  • शरीर से खून निकलना (दुर्घटना, चोट, घाव आदि में खून बहना)
  • शौक, उल्टी, खांसी के साथ खून का आना.
  • सही खानपान नहीं होने के कारण एनीमिया हो जाता है.
  • माहवारी के दौरान अधिक मात्रा में खून आना.

    ये भी जानें
  • खून की कमी से होने वाले एनीमिया एक खतरनाक बीमारी है. एनीमिया के कारण महिलाओं को अन्य बीमारियां भी होने लगती है.
  • शरीर में खून की कमी हो जाने के कारण महिलाओं को एनीमिया हो जाती है.
  • भारत में 70% से अधिक गर्भवती महिलाएं एनीमिया से पीड़ित हैं.
  • गर्भवती महिलाओं में एनीमिया की शिकायत ज्यादा बढ़ जाती है क्योंकि उन्हें बढ़ते शिशु के लिए रक्त निर्माण करना पड़ता है.
  • एनीमिया की से पीड़ित गर्भवतियों को प्रसव के दौरान काफी दिक्कत उठानी पड़ती है. और कई बार ऐसे केस में प्रसूता की जान तक चली जाती है.
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