लखनऊ : अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद ट्रेनों में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ना तय है. इसको ध्यान में रखते हुए अयोध्या रेलखंड पर ट्रेनों की संख्या बढ़ाने से लेकर व्यवस्थाएं दुरुस्त कराने की कवायद भी शुरू हो गई है. अयोध्या रेलखंड पर डबल रेल लाइन और इलेक्ट्रिक लाइन का काम शुरू करा दिया गया है. इसके चलते आने वाले दिनों में अयोध्या रूट की सभी ट्रेनें 22 जनवरी तक निरस्त कर दी गई हैं. इनमें सात जोड़ी मेल, पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेनें शामिल हैं. अयोध्या के रास्ते विभिन्न रेल खंडों से गुजरने वाली 35 ट्रेनें बदले रास्ते से संचालित कराई जाएंगी.
22 जनवरी तक निरस्त रहेगी यह ट्रेन : उत्तर रेलवे के सीपीआरओ दीपक कुमार ने बताया कि लखनऊ-अयोध्या पैसेंजर और वंदे भारत 22 जनवरी तक निरस्त रहेगी. अयोध्या कैंट से आनंद विहार नई दिल्ली तक चलने वाली वंदे भारत जो अभी तक 15 जनवरी तक निरस्त थी, उसे बढ़ाकर अब 22 जनवरी तक निरस्त कर दिया गया है. 22 जनवरी तक फैजाबाद-लखनऊ पैसेंजर को निरस्त कर दिया गया है. साकेत एक्सप्रेस, लोकमान्य तिलक सुपरफास्ट ट्रेनों को सुल्तानपुर में रोक दिया जाएगा. यह ट्रेन अयोध्या नहीं आएगी.
मां बेल्हादेवी प्रतापगढ़ होकर ट्रेनें आएंगी लखनऊ : अयोध्या होकर लखनऊ आने वाली ट्रेनें मां बेल्हादेवी प्रतापगढ़ के रास्ते आएंगी और इसी रास्ते से वापस जाएंगी. दून एक्सप्रेस, कोलकाता-जम्मूतवी एक्सप्रेस, गंगा सतलज एक्सप्रेस 20 व 21 जनवरी को, भगत की कोठी-कामाख्या एक्सप्रेस और न्यू तिनसुकिया-अमृतसर एक्सप्रेस 16 को, ओखा-गुवाहाटी एक्सप्रेस 19 को बदले रूट से चलेगी.
यह ट्रेनें सुलतानपुर होकर लखनऊ आएंगी : अयोध्या होकर लखनऊ आने वाली ट्रेनों का सुलतानपुर के रास्ते आवागमन होगा. इनमें 16, 20 और 21 को पटना-कोटा, फरक्का एक्सप्रेस 21 को, इंदौर-पटना 20 को, पटना-इंदौर 21 को, लोकनायक एक्सप्रेस 20 व 21 को बदले रूट से लखनऊ पहुंचेगी.
निरस्त की गईं ट्रेनें : प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भारी भीड़ अयोध्या न पहुंचे, इसलिए ट्रेनों को निरस्त करते हुए रूट बदल दिए गए हैं. बुनियादी ढांचे से संबंधित कार्यों के लिए ट्रेनों का निरस्तीकरण और डायवर्जन करना बताया गया है. रेलवे के सूत्रों की मानें तो ट्रेनों में ज्यादा भीड़ की उम्मीद थी, इसलिए 16 से 22 यानी प्राण प्रतिष्ठा के दिन तक अयोध्या की तरफ आने जाने वाली सभी ट्रेनों को निरस्त ही कर दिया गया.
बसों में लगाई जाने लगीं राम मंदिर की फोटो : वहीं, उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम अयोध्या रूट की बसों में रामधुन बजाने के लिए साउंड बॉक्स लग रहा है. तो भगवान श्री राम के मंदिर की फोटो भी अब बसों में लगाई जाने लगी हैं. इससे श्रद्धालु अब बस में सफर के दौरान राम मंदिर की फोटो में अयोध्या के राम मंदिर का दर्शन कर सकेंगे. इसके अलावा लखनऊ रीजन के सभी बस स्टेशनों और बसों को फूल-मालाओं और झालरों से सजाया जा रहा है. लखनऊ रीजन में सभी बस स्टेशनों पर हेल्पडेस्क बनाने का कार्य किया जा रहा है. लखनऊ आरएम ऑफिस में कंट्रोल रूम बनवाया जा रहा है, जिसका हेल्पलाइन नंबर 8726005808 है.
चालकों व परिचालकों की काउंसलिंग : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रधान प्रबंधक (टेक्निकल) अजीत सिंह ने बताया कि इसी प्रकार की तैयारियां अन्य क्षेत्रों में भी की जा रही हैं. चालकों व परिचालकों की काउंसलिंग की जा रही है, जिससे वह यात्रियों के प्रति मृदुल व्यवहार रखें. दुर्घटनास्थलों की भी उन्हें जानकारी दी जा रही है. दुर्घटना न हो इसके सारे इंतजाम कराए जा रहे हैं. बसों में लाइट, फॉग लाइट, शीशे, फायर सेफ्टी उपकरण लगाने के भी कार्य कराए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि परिवहन मंत्री की तरफ से दिए गए निर्देशों के अनुपालन में बस स्टेशन और बसों की पूरी साफ सफाई रहेगी. 26 जनवरी तक बस स्टेशनों और बसों को फूल मालाओं व झालर से सजा दिया जाएगा.
साउंड बॉक्स लगाकर बजाई जा रही रामधुन : बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की तरफ से परिवहन निगम की बसों में रामधुन बजाने के निर्देश दिए गए थे, जिसके बाद लखनऊ रीजन की तरफ से अयोध्या जाने वाली बसों में साउंड बॉक्स लगाकर रामधुन बजाई जा रही है. भगवान राम पर बने भजनों का प्रसार किया जाता है. यात्री राममय होते हुए लखनऊ से अयोध्या तक का सफर तय करते हैं.