लखनऊः उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र कल 19 सितंबर से शुरू होगा. सत्र व्यवस्थित रूप से चलाने के लिए उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने रविवार को सर्वदलीय बैठक करके सदन सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सभी दलीय नेताओं से सहयोग के लिए अनुरोध किया है. उन्होंने कहा कि संसदीय व्यवस्था में संवाद और सकारात्मक चर्चा-परिचर्चा के माध्यम से लोकतंत्र मजबूत होता है.
विधान भवन में आयोजित सर्वदलीय बैठक में सभी दलीय नेताओं ने विधान सभा अध्यक्ष को सदन चलाने में सहयोग देने का आश्वासन दिया. इसके अलावा आज कार्यमंत्रणा की बैठक हुई, जिसमें सदन के एजेंडे पर चर्चा हुई. बैठक में तय किया गया है कि सदन की कार्यवाही एक दिन महिला विधायक संचालित करेंगी. सदन में प्रश्नकाल के बाद महिला सदस्य विधायी कार्य करेंगी. विधानसभा अध्यक्ष ने सभी दल के नेताओं से अनुरोध किया कि वे अपना-अपना पक्ष सदन में शालीनता एवं संसदीय मर्यादा के अन्तर्गत रखें और प्रेमपूर्ण वातावरण में सदन में बहस करें.
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सभी दलीय नेताओं को आश्वस्त किया कि सरकार पूरी गंभीरता एवं प्रतिबद्धता के साथ सदन में प्राप्त सदस्यों के प्रस्तावों को सकारात्मक रूप से आगे बढ़ाने, विकास की योजनाओं को नई गति देने और उसे आगे बढ़ाने के लिए तत्परतापूर्वक कार्य करेगी. उन्होंने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर सकारात्मक कार्यवाही के लिए प्रतिबद्ध है.
सपा विधायक दल के मुख्य सचेतक मनोज पांडेय ने कहा कि कानून व्यवस्था से लेकर किसानों के मुद्दों तक सरकार को सदन में घेरेंगे. जनता से जुड़े मुद्दों को सदन में उठाएंगे. सर्वदलीय बैठक में सपा नेताओं और आजम खान के खिलाफ दर्ज फर्जी मुकदमों की जांच कराने का अनुरोध किया गया है.
बसपा विधायक दल के नेता उमाशंकर सिंह ने कहा कि कानून व्यवस्था के मुद्दे को सदन में उठाएंगे. उन्होंने कहा कि भले ही हम इकलौते विधायक हैं, लेकिन पार्टी पूरी संजीदगी से सदन में अपनी बात रखेगी. सदन का समय काफी कम रखा गया है इसे बढ़ाने का अनुरोध किया है. सदन में बसपा ही केवल विपक्ष समझ में आती है.
विधानसभा में विधायकों का होगा स्वास्थ्य परीक्षण
विधानसभा सत्र के दौरान विधायकों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाएगा. विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने स्वास्थ्य परीक्षण के लिए विधानसभा में स्वास्थ्य कैंप लगाए जाने के निर्देश दिए हैं. अलग-अलग बीमारियों और अलग-अलग जांच से संबंधित मशीनें लगाकर विधायकों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा. अलग-अलग मंडलों के विधायकों का अलग-अलग दिन स्वास्थ्य परीक्षण कराए जाने का कार्यक्रम तय किया गया है.