लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं. प्रदेश में सियासी पार्टियां हर वर्ग और मजहब के लोगों को रिझाने में जुटी हैं. इसी कड़ी में देश की सबसे बड़ी मुस्लिम संस्था ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना राबे हसन नदवी ने अहम बयान जारी किया है. उन्होंने लोगों से चुनाव में अपना वोट अपनी समझ से इस्तेमाल करने की नसीहत दी है. मौलाना राबे हसनी का यह बयान यूपी चुनाव के ठीक पहले आने से काफी अहम माना जा रहा है.
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना राबे हसनी नदवी ने कहा कि देश में प्रजातंत्र है और हर किसी को अपना वोट अपनी समझ के हिसाब से देने का हक है. इसके लिए किसी को बाध्य नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड किसी भी राजनैतिक पार्टी का समर्थन नहीं करता है. लोगों को पूरा हक है कि वे अपने हिसाब से अपना वोट डालें. हालांकि पर्सनल लॉ बोर्ड पहले भी कई बार जनता से यह बात साफ कर चुका है कि वोट आवाम खुद सोच समझ कर डाले और अपने इलाके के सबसे अच्छे और सही इंसान को वोट दें ताकि लोगों को सहूलियत हासिल हो और अवाम की दिक्कतें दूर हो.
सियासी जानकरों के मुताबिक ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का यह बयान यूपी में ओवेसी की पार्टी के चुनाव लड़ने पर सामने आया है. यूपी विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही यूपी के मुस्लिम वोट पर सभी छोटी-बड़ी पार्टियों की नजर टिक गई है. जिसमें असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी भी शामिल है. आबादी के लिहाज से यूपी में मुस्लिम वोट काफी अहम माना जाता है और सियासी ऐतबार से मुसलमानों का वोट काफी निर्णायक भूमिका में रहता है. ऐसे ही कई छोटी-बड़ी पार्टियां देश की मुस्लिम संस्थाओं से उम्मीद करती हैं कि वे मुसलमानों का वोट उनकी पार्टी को हासिल कराएं.
इसी क्रम में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना राबे हसन नदवी ने लोगों से अपना वोट अपनी समझ से इस्तेमाल करने की हिदायत दी.
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