लखनऊः डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के सभी विभागों के पास अब अपना आईसीयू होगा. संस्थान के निदेशक ने इस संदर्भ में शासन को पत्र लिखा है. प्रस्ताव तैयार है स्वीकृति मिलते ही काम शुरू हो जाएगा.
सैटेलाइट आईसीयू
संस्थान के निदेशक डॉक्टर एके सिंह ने बताया कि हम सैटेलाइट और स्पेशलाइज्ड आईसीयू बनाने पर विचार कर रहे हैं. इससे सभी विभागों को अलग-अलग आईसीयू मिल सकेगा. कोरोना के बाद अस्पताल के 200 बेड कोविड के लिए चले गए थे, अब इसमें से कुछ बेड वापस लेकर अस्पताल अन्य सुविधाएं बढ़ाने जा रहा है. मरीजों को दिक्कत न हो इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं.
लाइलाज है 'सिफारिशों' बीमारी
खुद संस्थान के निदेशक डॉक्टर एके सिंह स्वीकार करते हैं कि वीआइपी सिफारिशों की बीमारी अब लाइलाज बन गई है. हर रोज इतनी सिफारिशें आती हैं कि काम करने में भी दिक्कत हो रही है. सुविधाएं सीमित हैं लेकिन दावेदार ज्यादा हैं. ऐसी स्थिति में दिक्कतें आ रही हैं. संस्थान में सिर्फ 14 वेंटिलेटर हैं, अतिरिक्त वेंटिलेटर की मांग की गई है जिसकी स्वीकृति अभी तक नहीं मिली है.
बढ़ रही है भीड़
संस्थान में गंभीर रोगों से पीड़ित मरीजों की दिन-प्रतिदिन भीड़ बढ़ रही है, जिसका असर स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ा है. प्रदेश के सभी जिलों के साथ अन्य प्रदेशों के भी मरीज यहां आते हैं. पड़ोसी देश नेपाल से भी बड़ी संख्या में मरीज यहां आते हैं, जिसका प्रभाव ओपीडी और अन्य सेवाओं पर पड़ रहा है.