लखनऊ: महिलाओं के प्रति हिंसा के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इन मामलों की शिकायत राज्य महिला आयोग में की जाती है, जहां शिकायतों का निस्तारण किया जाता है.
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने कहा कि हमारे लिए महिला आयोग में आने वाला हर मामला महत्वपूर्ण होता है. हम उस पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने की कोशिश करते हैं, जिससे पीड़ित को न्याय जल्द मिल सके. उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों में हमारे पास 23 ऐसे मामले आए थे, जिन पर हमने जल्द से जल्द कार्रवाई की कोशिश की, ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके.
विमला बाथम ने कहा कि उन्नाव में लड़की के साथ दुष्कर्म किया गया था. इस दौरान लड़की मदद के लिए हमारे पास आई. हमने उसकी पूरी मदद की और आरोपी को जेल भिजवाया. विमला बाथम ने कहा कि अगर मुसलमानों की बात की जाए तो कुछ ऐसे मामले भी हमारे पास आए हैं, जिनके निस्तारण में हमने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जैसे कि पिछले आठ सालों से अलग रह रहे पति-पत्नी की काउंसलिंग कराकर उन्हें साथ रहने की सलाह दी गई.
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विमला बाथम ने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग में आई शिकायतों की बात की जाए तो साल 2019 के आंकड़ों में महिला आयोग के पास 43,997 शिकायतें दर्ज हुईं थी. इन शिकायतों में से 29,652 शिकायतों का निस्तारण किया गया है., जबकि 14,345 शिकायतें अभी भी कार्रवाई के अंदर हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि इन मामलों में सबसे अधिक उत्पीड़न, दहेज हत्या, घरेलू हिंसा, मारपीट और छेड़छाड़ के मामले आए हैं.