लखनऊः उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चुनाव में अली जैदी निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिए गए. इस चुनाव में कुल आठ सदस्यों में पांच ने भाग लिया. पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने चुनाव में भाग नहीं लिया.
मुताव्वल्ली कोटे से चुनकर आए सदस्य वसीम रिजवी और सैयद फैजी ने चुनाव में भाग नहीं लिया. उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चुनाव में अली जैदी के जीतते ही पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी का इस बोर्ड में दबदबा पूरी तरह से खत्म हो गया. इसकी खुशी भी देखने को मिली.
उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चुनाव में आठ सदस्यों को भाग लेना था. सोमवार को इनमें से पांच सदस्य ही बापू भवन चुनाव में भाग लेने पहुंचे. चुनाव में भाग लेने वालों में पूर्व सांसद बेगम नूर बानो, अधिवक्ता कोटे से सय्यद शबाहत हुसैन, समाजसेवी कोटे से अली जैदी, धर्मगुरु कोटे से मौलाना रजा हुसैन और सरकारी अधिकारी डॉक्टर नरूस हसन नक़वी शामिल रहे. इन सभी ने अली जैदी को चुनाव में जीत दिला दी. वहीं, अमरोहा से अधिवक्ता जरयाब जमील के साथ मुतवल्ली सय्यद फैजी और पूर्व अध्यक्ष वसीम रिज़वी ने इस चुनाव में भाग नहीं लिया.
गौरतलब है कि शिया वक्फ बोर्ड में लंबे समय से काबिज वसीम रिज़वी को योगी सरकार में करारा झटका लगा है. सपा और बसपा सरकार में अध्यक्ष पद पर आसानी से काबिज हुए वसीम रिज़वी की किताब के विवादित अंश और बयान को लेकर लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है. यही वजह रही कि किसी ने भी उन्हे समर्थन नहीं दिया और शिया वक्फ बोर्ड से उनका दबदबा पूरी तरह से खत्म हो गया.
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