लखनऊ: डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) में इस साल दाखिला लेने वाले छात्र-छात्राओं के डाक्यूमेंट्स में अगर कोई कमी निकली तो कॉलेज संचालकों की भी खैर नहीं होगी. विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं के डाक्यूमेंट्स की जांच शनिवार से शुरू होगी. विश्वविद्यालय प्रशासन ने साफ किया है कि जांच के दौरान यदि किसी संस्था में किसी छात्र के दाखिले के लिए फर्जी प्रमाण पत्र या फर्जी बोर्ड/विश्वविद्यालय के दस्तावेज पाए गए तो संस्था के विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जाएगी.
छात्र-छात्राओं के डाक्यूमेंट्स की जांच के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कार्यक्रम निर्धारित किया गया है. 20 फरवरी से 17 मार्च तक यह जांच होगी. कॉलेज वार कार्यक्रम जारी किया गया है. जांच के लिए विश्वविद्यालय ने प्रदेश भर में दो केंद्र बनाए हैं. विश्वविद्यालय के नोएडा परिसर स्थित उत्तर प्रदेश इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन और लखनऊ परिसर में स्थित सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज में सभी कॉलेजों के निर्देशकों को दस्तावेजों की हार्ड कॉपी प्रस्तुत करनी होगी.
अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, बागपत, बुलंदशहर, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, मुजफ्फरनगर, आगरा और गौतम बुद्ध नगर में संचालित कॉलेजों के दस्तावेजों के सत्यापन नोएडा परिसर में किया जाएगा. बाकी सभी जिलों में संचालित कॉलेजों के निदेशक अपने छात्र-छात्राओं के दस्तावेज लेकर लखनऊ स्थित परिसर में रिपोर्ट करेंगे.
यह दस्तावेज करने होंगे प्रस्तुत
विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव डॉ. आर के सिंह ने बताया कि सभी संस्थान के निदेशक/ प्राचार्य निर्धारित तिथि पर छात्र के हाईस्कूल, इंटरमीडिएट, स्नातक की अंक तालिका, जाति प्रमाण पत्र, माइग्रेशन/ट्रांसफर सर्टिफिकेट के मूल प्रमाण पत्रों के साथ पहुंचेंगे.