लखनऊ: कोरोना संक्रमण के इस दौर में एक-एक सांस की कीमत है. लोग हजारों रुपये देकर ऑक्सीजन खरीद रहे हैं. इन हालातों में ऑक्सीजन की बर्बादी और लीकेज को रोकने के लिए डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय ने अपने छात्रों और शिक्षकों से सुझाव मांगे हैं. विश्वविद्यालय की ओर से गुरुवार को हैकाथान की शुरुआत की गई. विश्वविद्यालय ने मेडिकल ऑक्सीजन के वेस्टेज एवं लीकेज को नियंत्रित करने के लिए 6 प्रॉब्लम चिन्हित कर उन्हें खत्म करने लिए 10 मई 2021 तक इनोवेटिव आइडिया आमंत्रित किये हैं.
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इनोवेटिव आइडिया की होगी स्क्रीनिंग
एकेटीयू के मीडिया प्रभारी आशीष मिश्रा ने बताया कि वर्तमान में कोविड-19 महामारी के इस दौर में ऑक्सीजन आपूर्ति पूरे देश में एक चुनौती बनी हुई है. ऐसे में ऑक्सीजन के वेस्टेज एवं लीकेज को नियंत्रित कर बहुत से मरीजों को ऑक्सीजन मुहैया करवाई जा सकती है. विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज के सहायक आचार्य डॉ. अनुज शर्मा ने बताया कि विवि द्वारा मेडिकल ऑक्सीजन के वेस्टेज एवं लीकेज को नियंत्रित करने के लिए 6 प्रॉब्लम चिन्हित करके दिनांक 10 मई, 2021 तक चिन्हित प्रॉब्लम्स पर इनोवेटिव आइडिया आमंत्रित किये गए हैं.
डॉ अनुज बताते हैं कि हैकाथान आयोजन का एक मात्र उद्देश्य ऑक्सीजन के वेस्टेज, लीकेज एवं लॉसेज को नियंत्रित करने के लिए टेक्नोलॉजिकल समाधान विकसित करना है. उन्होंने कहा कि विवि के सम्बद्ध संस्थानों से निर्धारित अंतिम तिथि तक प्राप्त इनोवेटिव आइडिया की स्क्रीनिंग की जाएगी. साथ ही साथ बेहतर इनोवेटिव आइडिया को सम्मानित कर उसके अनुप्रयोग हेतु आगे की प्रक्रिया की जाएगी.