लखनऊ : किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) का 19वां दीक्षांत समारोह रविवार को अटल बिहारी बाजपेई साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में आयोजित होगा. दीक्षांत समारोह में केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव प्रोफेसर अभय करंदीकर बतौर मुख्य अतिथि व्याख्यान देंगे. कुलाधिपति व राज्यपाल आनंदीबेन पटेल कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगी. इसके अलावा विशिष्ट अतिथि के रूप में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और विशेष अतिथि के रूप में चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह को आमंत्रित किया गया है. यह जानकारी केजीएमयू की कुलपति प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद ने शुक्रवार को दी.
कुलपति ने बताया कि इस बार दीक्षांत समारोह में 1869 डिग्रियां बांटी जाएंगी. समारोह में राज्यपाल के हाथों 39 विद्यार्थियों को अवार्ड प्रदान किए जाएंगे. अवार्ड पाने वालों में 26 छात्राएं और 13 छात्र शामिल हैं. समारोह में अक्षिता विश्वनाधा को हीवेट गोल्ड मेडल समेत नौ गोल्ड मेडल प्रदान किए जाएंगे. वहीं लिपिका अग्रवाल को चांसलर मेडल और यूनीवर्सिटी आनर्स मेडल समेत सात गोल्ड मेडल से नवाजा जाएगा. समारोह में 10 छात्रों को पीएचडी की उपाधि प्रादन की जाएगी. इसके अलावा एमडी एमएस के 392, एमबीबीएस के 956, एमडीएस के 43, बीडीएस के 37, एमफिल के 8 और बीएससी रेडियोथेरेपी के पांच छात्रों को डिग्री पदान की जाएगी. इसी तरह बीएससी आप्टोमेटरी के 27, एमएससी नर्सिंग के 28 और बीएससी नर्सिंग के 363 अभ्यर्थियों को डिग्री प्रदान की जाएगी.
अक्षिता को सर्वाधिक नौ गोल्ड मेडल
केजीएमयू में एमबीबीएस की छात्रा अक्षिता को हीवेट गोल्ड मेडल समेत सर्वाधिक नौ गोल्ड मेडल प्रदान किए जाएंगे. इसके अलावा उन्हें डीपी ट्रस्ट कैश प्राइज के रूप में दस हजार की धनराशि भी दी जाएगी. मूलरूप से आंध्र प्रदेश की रहने वाली अक्षिता का परिवार वर्तमान में नोएडा में रह रहा है. अक्षिता के पिता बीबी दयानिधि छतीसगढ़ में कोल का व्यवसाय करते हैं. मां वी.दिव्या टीचर की नौकरी छोड़कर घर संभालती हैं. छोटी बहन रिशिता कक्षा नौ की छात्रा है. अक्षिता बताती हैं कि ये नौ मेडल उन्हें जिम्मेदारी का अहसास दिलाते हैं. वह बतातीं है कि उनके परिवार में वह इकलौती ऐसी है जिसने इस पेशे को चुना. इसका प्रेरणास्रोत वह अपने माता-पिता को मानती हैं. अक्षिता को बच्चों का इलाज करना पसंद है. उनका कहना है कि बच्चों की मुस्कान से उन्हें खुशी मिलती है. वह इसी विभाग में जाना चाहती हैं.
लिपिका को चांसलर सहित सात गोल्ड
लिपिका अग्रवाल को चांसलर मेडल और यूनीवर्सिटी आनर्स मेडल समेत सात गोल्ड मेडल से नवाजा जाएगा. मूल रूप से लखीमपुर निवासी लिपिका को बच्चों का इलाज करना पसंद है. उनका कहना है कि वह बाल रोग विशेषज्ञ बनकर बच्चों का इलाज करेंगे. इसके अलावा जरूरतमंद बीमार बच्चों की इलाज उनकी प्राथमिकता में है. लिपिका के पिता दीपक अग्रवाल व्यवसायी व मां शानू गृहणी हैं. बड़ा भाई हर्षवर्धन इंजीनियर है. दीपिका का कहना है कि वह अपने परिवार में पहली डॉक्टर हैं. इस पेशे में आने के लिए परिजनों व गुरुजनों का बड़ा सहयोग रहा. चांसलर व यूनिवर्सिटी जैसे महत्वपूर्ण मेडल मिलने पर बहुत उत्साहित हूं.
अभय करंदीकर और महेश भंडारी को मानद उपाधि
दीक्षांत में प्रोफेसर अभय करंदीकर सचिव, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय व पद्मश्री प्रोफेसर महेंद्र भंडारी निदेशक, रोबोटिक सर्जरी अनुसंधान एवं शिक्षा, वट्टीकुटी यूरोलॉजी इंस्टीट्यूट हेनरी फोर्ड हॉस्पिटल, डेट्रॉइट (मिशिगन), यूएसए को मानद उपाधि दी जाएगी.
केजीएमयू का दीक्षांत कल: अक्षिता को मिलेंगे नौ गोल्ड, लिपिका को चांसलर समेत सात गोल्ड
लखनऊ में किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) का 19वां दीक्षांत समारोह रविवार आयोजित किया जाएगा. चलिए जानते हैं इस बार समारोह में कितने छात्र-छात्राओं को डिग्री और मेडल दिए जाएंगे.
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Dec 9, 2023, 8:06 AM IST
|Updated : Dec 9, 2023, 8:31 AM IST
लखनऊ : किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) का 19वां दीक्षांत समारोह रविवार को अटल बिहारी बाजपेई साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में आयोजित होगा. दीक्षांत समारोह में केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव प्रोफेसर अभय करंदीकर बतौर मुख्य अतिथि व्याख्यान देंगे. कुलाधिपति व राज्यपाल आनंदीबेन पटेल कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगी. इसके अलावा विशिष्ट अतिथि के रूप में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और विशेष अतिथि के रूप में चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह को आमंत्रित किया गया है. यह जानकारी केजीएमयू की कुलपति प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद ने शुक्रवार को दी.
कुलपति ने बताया कि इस बार दीक्षांत समारोह में 1869 डिग्रियां बांटी जाएंगी. समारोह में राज्यपाल के हाथों 39 विद्यार्थियों को अवार्ड प्रदान किए जाएंगे. अवार्ड पाने वालों में 26 छात्राएं और 13 छात्र शामिल हैं. समारोह में अक्षिता विश्वनाधा को हीवेट गोल्ड मेडल समेत नौ गोल्ड मेडल प्रदान किए जाएंगे. वहीं लिपिका अग्रवाल को चांसलर मेडल और यूनीवर्सिटी आनर्स मेडल समेत सात गोल्ड मेडल से नवाजा जाएगा. समारोह में 10 छात्रों को पीएचडी की उपाधि प्रादन की जाएगी. इसके अलावा एमडी एमएस के 392, एमबीबीएस के 956, एमडीएस के 43, बीडीएस के 37, एमफिल के 8 और बीएससी रेडियोथेरेपी के पांच छात्रों को डिग्री पदान की जाएगी. इसी तरह बीएससी आप्टोमेटरी के 27, एमएससी नर्सिंग के 28 और बीएससी नर्सिंग के 363 अभ्यर्थियों को डिग्री प्रदान की जाएगी.
अक्षिता को सर्वाधिक नौ गोल्ड मेडल
केजीएमयू में एमबीबीएस की छात्रा अक्षिता को हीवेट गोल्ड मेडल समेत सर्वाधिक नौ गोल्ड मेडल प्रदान किए जाएंगे. इसके अलावा उन्हें डीपी ट्रस्ट कैश प्राइज के रूप में दस हजार की धनराशि भी दी जाएगी. मूलरूप से आंध्र प्रदेश की रहने वाली अक्षिता का परिवार वर्तमान में नोएडा में रह रहा है. अक्षिता के पिता बीबी दयानिधि छतीसगढ़ में कोल का व्यवसाय करते हैं. मां वी.दिव्या टीचर की नौकरी छोड़कर घर संभालती हैं. छोटी बहन रिशिता कक्षा नौ की छात्रा है. अक्षिता बताती हैं कि ये नौ मेडल उन्हें जिम्मेदारी का अहसास दिलाते हैं. वह बतातीं है कि उनके परिवार में वह इकलौती ऐसी है जिसने इस पेशे को चुना. इसका प्रेरणास्रोत वह अपने माता-पिता को मानती हैं. अक्षिता को बच्चों का इलाज करना पसंद है. उनका कहना है कि बच्चों की मुस्कान से उन्हें खुशी मिलती है. वह इसी विभाग में जाना चाहती हैं.
लिपिका को चांसलर सहित सात गोल्ड
लिपिका अग्रवाल को चांसलर मेडल और यूनीवर्सिटी आनर्स मेडल समेत सात गोल्ड मेडल से नवाजा जाएगा. मूल रूप से लखीमपुर निवासी लिपिका को बच्चों का इलाज करना पसंद है. उनका कहना है कि वह बाल रोग विशेषज्ञ बनकर बच्चों का इलाज करेंगे. इसके अलावा जरूरतमंद बीमार बच्चों की इलाज उनकी प्राथमिकता में है. लिपिका के पिता दीपक अग्रवाल व्यवसायी व मां शानू गृहणी हैं. बड़ा भाई हर्षवर्धन इंजीनियर है. दीपिका का कहना है कि वह अपने परिवार में पहली डॉक्टर हैं. इस पेशे में आने के लिए परिजनों व गुरुजनों का बड़ा सहयोग रहा. चांसलर व यूनिवर्सिटी जैसे महत्वपूर्ण मेडल मिलने पर बहुत उत्साहित हूं.
अभय करंदीकर और महेश भंडारी को मानद उपाधि
दीक्षांत में प्रोफेसर अभय करंदीकर सचिव, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय व पद्मश्री प्रोफेसर महेंद्र भंडारी निदेशक, रोबोटिक सर्जरी अनुसंधान एवं शिक्षा, वट्टीकुटी यूरोलॉजी इंस्टीट्यूट हेनरी फोर्ड हॉस्पिटल, डेट्रॉइट (मिशिगन), यूएसए को मानद उपाधि दी जाएगी.