लखनऊ: समाजवादी पार्टी ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35A हटाए जाने की प्रक्रिया को लेकर सवाल उठाया है. पार्टी की ओर से कहा गया है कि देश की एकता और अखंडता को मजबूती प्रदान करना स्वागत योग्य है, लेकिन लोकतंत्र में सभी की सहमति और भरोसा बरकरार रखना जरूरी है.
जम्मू कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा समाप्त किए जाने को लेकर सपा का रुख सुबह से ही नर्म दिखाई दिया. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जनेश्वर मिश्र की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में कोई तीखा बयान नहीं दिया. समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य और पार्टी के प्रमुख नेता रामगोपाल यादव ने सदन के बाहर यह जरूर कहा कि उनकी पार्टी अनुच्छेद 370 और 35A को हटाने का विरोध कर रही है.
वहीं शाम को समाजवादी पार्टी की ओर से एक ट्वीट किया गया, जिसमें पार्टी ने अपना स्टैंड क्लियर कर दिया. इस ट्वीट में कहा गया है कि देश की एकता और अखंडता को मजबूती प्रदान करने की दिशा में उठाए गए किसी भी कदम का स्वागत है. यानि सपा, भाजपा के उस रुख का समर्थन कर रही है, जिसमें अनुच्छेद 370 और 35A को हटाया जाना देश की एकता और अखंडता के लिए जरूरी बताया गया है.
आगे कहा गया है कि लोकतंत्र में छल कपट बल का उपयोग लोकतांत्रिक नियमों का उल्लंघन है. सहमति और भरोसे से फैसले होने चाहिए. सभी दलों को बातचीत का हिस्सा बनाना चाहिए. एकतरफा निर्णय से विवाद पैदा होता है.