लखनऊ: समाजवादी पार्टी मुख्यालय में संबोधित करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के सादगी, त्याग एवं समर्पण से भरे जीवन के कई प्रसंगों की भी चर्चा की. उन्होंने स्वतंत्रता के पूर्व और पश्चात संघर्ष और निर्माण में उनके योगदान की सराहना की.
अखिलेश यादव ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता सेनानियों ने जो आदर्श स्थापित किए थे और संविधान में लोकतंत्र, समता एवं पंथनिरपेक्षता को अपनी उद्देशिका में शामिल किया था, उनकी रक्षा में पूर्ववत अधिवक्ताओं को अपनी भूमिका निभाने की आज बड़ी जरूरत है. आज सत्ता दल ने झूठ, नफरत और भय-भ्रम के जरिए राजनीतिक प्रदूषण फैला रखा है.
न्यायालय पर है लोगों का भरोसा
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि "भारत में न्यायालयों पर लोगों का आज भी भरोसा है. सबके साथ उससे न्याय होने का विश्वास है. किसी के साथ अन्याय न हो, असमानता समाप्त हो इसके साथ संविधान आर्थिक सामाजिक तथा राजनीतिक न्याय का भी भरोसा देता है. संविधान निर्माताओं ने शोषण मुक्त समाज का सपना देखा था. उन्होंने व्यक्ति की गरिमा तथा प्रतिष्ठा को महत्व दिया था." अखिलेश यादव ने कहा कि "जीवनमूल्यों तथा आदर्शों को तिलांजलि देकर सत्तादल का नेतृत्व नाटकीयता तथा इवेंट मैनेजमेंट जैसी चीजों में ही अपने दिन बिता रहा हैं."
राष्ट्रीय पर्यटन पर हैं मुख्यमंत्री
अखिलेश यादव ने कहा कि "मुख्यमंत्री लगातार राष्ट्रीय पर्यटन पर रहते हैं. विकास के काम ठप्प हैं, लेकिन वे फिल्मसिटी जल्दी से जल्दी बना लेना चाहते हैं. भाजपा नेता कलाकार न बनें, अपने संवैधानिक दायित्व का निर्वाह करें. प्रदेश में कानून व्यवस्था का भाजपा राज में राम-नाम सत्य हो गया है."