लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि देश का किसान आंदोलित है. भारत सरकार उनके मन की बात सुनने के बजाय उन पर अपनी बात थोपने में लगी है. लोकतांत्रिक व्यवस्था में बहुमत का रोडरोलर चलाकर अन्नदाता समुदाय की आवाज को कुचलने का कोई भी प्रयास उचित नहीं ठहराया जा सकता.
देश में किसान ही प्रथम
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है. अहंकारी भाजपा याद रखे यहां ‘प्रधान‘ शब्द तक ‘कृषि‘ के बाद आता है. सत्ताधारी न भूलें कि हमारे देश में किसान ही प्रथम है और प्राथमिक भी. किसान अपना हक मांग रहे है. वे दृढ़ निश्चयी हैं कि वे इसे लेकर रहेंगे.
लोगों को बहकाने में माहिर भाजपा
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा लोगों को बहकाने और छलने में पारंगत है. किसानों को इसीलिए आतंकवादी, नक्सलवादी भी बताया जा रहा है. सच्चाई यह है कि किसान एकजुट हैं. उनका आंदोलन बढ़ता ही जा रहा है.
बलिया छात्रावास प्रतिनिधिमंडल से मिले अखिलेश
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से आज बलिया जिले के राजकीय बालक-बालिका अनुसूचित जाति छात्रावास के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात कर उन्हें अपना ज्ञापन सौंपा. उनकी मांग है कि कोविड-19 के चलते 18 मार्च 2020 से बंद छात्रावास खोले जाएं. उनमें साफ सफाई के साथ आरओ प्लांट लगे तथा बालिकाओं के छात्रावास में बेड की व्यवस्था की जाए. उक्त छात्रावास के निवासी अब तक कोई कार्रवाई न होने से परेशान होकर 27 नवम्बर 2020 से धरना एवं आमरण अनशन पर बैठे हैं.