लखनऊः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की पुण्यतिथि पर उनको श्रद्धासुमन अर्पित की. इस मौके पर अखिलेश यादव ने कहा कि युवा पीढ़ी को उनके बलिदान से प्रेरणा लेनी चाहिए. उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर ने प्रतिज्ञा की थी कि वह कभी अंग्रेजी पुलिस के हाथ नहीं आएंगे. इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में जब वे पुलिस से घिर गए तो उन्होंने अपने पिस्तौल की आखिरी गोली स्वयं पर चला कर अपना संकल्प पूरा किया.
अखिलेश यादव ने कहा कि चंद्रशेखर आजाद महान क्रांतिकारी थे. उनमें देशभक्ति और साहस अद्वितीय था. उन्होंने भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू के साथ मिलकर हिन्दुस्तानी समाजवादी प्रजातंत्र सभा का गठन भी किया था. इसका उद्देश्य भारत की आजादी के साथ भविष्य की प्रगति के लिए समाजवादी सिद्धांतों को लागू करना था.
भाजपा की भाषा और आचरण निंदनीय
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की राजनीति में भाषा और आचरण का जो ह्रास दिखाई दे रहा है वह चिंतनीय है. आरोप-प्रत्यारोप और धमकी का राजनीति में कोई स्थान नहीं हो सकता है. जो राजनीति में हैं उन्हें विशेषकर सावधानी बरतनी चाहिए और सार्वजनिक जीवन की गरिमा बनाए रखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि यह बात समझ से परे है कि भाजपा किसानों से क्यों नफरत करती है. किसान महीनों से अपनी मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. केन्द्र सरकार ने अब तक किसानों के साथ वार्ता कर समस्या के समाधान की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है.
भाजपा भूल गई अपने वादे
भाजपा अब अपने संकल्प पत्र के वादे भी भूल गई है. जनप्रतिनिधि जब जनता की दिक्कतों के बारे में सवाल उठाते हैं और भाजपा से उनके वादो के बारे में जवाब मांगते है तो भाजपा भड़क जाती है. आखिर जनता का सामना करने से भाजपा क्यों कतराती है. जनता को डराने वाली भाजपा अब खुद चुनाव में जाने से पहले डर रही है. लोकतंत्र में जनता के पास ही पूरी ताकत होती है और उसी के वोट से सरकारें बनती-बिगड़ती हैं. सत्ता के मद में जनता की अनदेखी करना भाजपा के लिए बहुत भारी पड़ेगा.