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संविधान दिवस पर बोले अखिलेश यादव: समाजवादी और अम्बेडकरवादी हुए एक, अब 2022 के चुनाव में साफ BJP - lucknow ka samachar

संविधान दिवस (Constitution Day) के मौके पर कांशीराम स्मृति उपवन में संविधान बचाओ महापंचायत आयोजित की गई. जिसमें एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि हम समाजवादी लोग अंबेडकरवादी लोगों के साथ खड़े हैं.

'2022 के चुनाव में साफ होगी BJP'
'2022 के चुनाव में साफ होगी BJP'
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Published : Nov 26, 2021, 5:15 PM IST

Updated : Nov 26, 2021, 5:35 PM IST

लखनऊः संविधान दिवस के मौके पर एसपी सुप्रीमो अखिलेश यादव (SP Supremo Akhilesh Yadav) ने कहा कि बीजेपी सरकार को हटाने के लिए आपके संकल्प के साथ हम हैं, हम और आप संविधान को बचाने के लिए आए हैं. हमें ऐसा संविधान मिला है, जो सबको बराबरी का हक देता है. उन्होंने कहा कि जो लोग लखनऊ से दिल्ली गए हैं और सरकार बनाई है. यहीं से बीजेपी की सत्ता का दरवाजा भी बंद होगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आखिरकार सरकार को तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना पड़ा है. इससे साबित होता है कि उनकी नीति गलत थी.

अखिलेश यादव ने कहा कि कौन लोग हैं, जो देश को किस रास्ते पर ले जा रहे हैं. किसान आंदोलन में 6 सौ से ज्यादा लोग शहीद हो गए हैं. जिसके लिए कानून लाये वही नहीं माने. किसानों ने कितना दुख झेला है. एक राज्यमंत्री के बेटे ने किसानों को कुचलकर मार दिया. उन्होंने कहा कि पत्रकारों को भी संविधान बचाने की जरूरत है, बचाते भी हैं, लेकिन कुछ मजबूरियों की वजह से वैसा नहीं कर पाते, जैसा करना चाहिए.

संविधान बचाओ महापंचायत
संविधान बचाओ महापंचायत

वहीं एसपी सुप्रीमो ने कहा कि अखिलेश यादव ने कहा कि एसपी सरकार बनने पर किसान आंदोलन में मरने वाले शहीद किसानों को 25-25 लाख की सहायता दी जाएगी. एसपी अध्यक्ष ने कहा कि 69 हजार शिक्षक अभ्यर्थियों को मारा गया है. बहनों के बाल पकड़कर मारे गये हैं. लखनऊ में इन अभ्यर्थियों ने बहुत लाठी खाई है. ये लोग संविधान पर भरोसा करते हैं. जो आपका हक और सम्मान छीना गया है वह समाजवादी पार्टी सरकार बनने पर दिया जाएगा. बीजेपी सरकार एयरपोर्ट बेच रही है.

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने जाति का भेद बढाया है. बाबा साहेब ने इसे खत्म करने का काम किया था. सामाजिक न्याय की बात जो लोग करते हैं वह सब हमें बाबा साहेब के संविधान से मिलता है. इसलिए 2022 के चुनाव में बदलाव करना है यह चुनाव देश की राजनीति बदलेगी. लोकतंत्र में जो जनता दुख देती है जनता उसे सबक सिखाती है. हम समाजवादी लोग और अम्बेडकर वादी लोग एक हुए हैं और 2022 में भाजपा सरकार को हटाना है और सपा सरकार बनानी है.

संविधान दिवस के अवसर पर काशीराम स्मृति उपवन में आयोजित संविधान बचाओ महापंचायत में पूर्व सांसद सावित्री बाई फुले ने कहा कि आज हम सब संविधान दिवस मनाने आये हैं, संविधान अंगीकार करने के बावजूद सबको बराबर का अधिकार नहीं है. आज आरएसएस भाजपा की सरकार अधिकार छीनने का काम कर रही है. मैं समता के अधिकार, संविधान और आरक्षण बचाने के लिए संघर्ष करने का काम कर रही हूं. सदन से लेकर सड़क तक संघर्ष किया. मेरी बात नहीं सुनी गई तो मैने भाजपा छोड़ दी. बहुजन समाज को आजाद करने और संविधान को बचाने के लिए समाज को जागरूक करने का बीड़ा उठाया है. सभी बहुजन समाज को जागना होगा और भाजपा को 2022 में सत्ता से बेदखल करना होगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि संविधान बचाने के भाजपा जैसी दुश्मन पार्टी को छेड़छाड़ नहीं करने दूंगी. हम आज शपथ लेते हैं कि बहुजन समाज एकजुट होकर भाजपा को सत्ता से हटाकर समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने का काम करेंगे.

अपना दल (कमेरवादी) की उपाध्यक्ष पल्लवी पटेल ने कहा कि संविधान दिवस के मौके 6 भाषाओं के ज्ञान और 26 डिग्री के साथ डॉक्टर भीमराव अंबेडकर अपने देश वापस आए थे. तब यह कल्पना नहीं की गई थी कि सिर छुपाने के लिए चपरासी तक नियम को पानी देने से मना कर दिया, लेकिन वे डिगे नहीं और अपने मिशन में जुटे रहे. वह अपने समाज को जोड़ने में लगे रहे जब मौका मिला तो अपनी लेखनी से एक ऐसा दस्तावेज तैयार कर दिया. जिसने ताउम्र गैर बराबरी जेली अपमान झेलते हुए एक ऐसा दस्तावेज तैयार किया. जिसमें सभी को बराबरी का दर्जा दिया गया. उन्होंने कहा कि आज भी अंबेडकर को दलितों का नेता आरक्षण देने वाले शख्स के रूप में जाना जाता है.

जब लाला लाजपत राय, जवाहरलाल नेहरू को अखिल भारतीय नेता और स्वतंत्रता सेनानी कहा जाता है, तो डॉक्टर अंबेडकर को यह दर्जा क्यों नहीं दिया जाता है. महिलाओं को अधिकार देने वाले डॉ अंबेडकर देश में समानता का अधिकार देने वाले डॉ अंबेडकर संविधान के रचयिता डॉ अंबेडकर ऐसे व्यक्ति को मैं नमन करती हूं.

उन्होंने कहा कि दलितों पिछड़ों का दोहन करने के लिए मनुस्मृति लिख दी गई. यह लड़ाई 90 बनाम 10 की है. यह लड़ाई कमेरावादी बनाम लुटेरावादी की है. जब तक जातिवार जनगणना नहीं होगी, इस बार मतगणना नहीं होने देंगे. आरक्षण से अगर खिलवाड़ होगा तो विरोध होगा. मैं बागी बनना पसंद करूंगी.

इससे पहले सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि बाबासाहेब अंबेडकर ने हमें वहां जाने का अधिकार दिया है कल तक राजा रानी के पेट से राजा पैदा होता था लेकिन बाबासाहेब अंबेडकर ने रानी के पेट का ऑपरेशन कर दिया और अब संविधान से राजा पैदा होगा. अब वह जरूरत आ गई है हम आपसे पूछना चाहते हैं कितने लोग डॉक्टर बाबा साहब अंबेडकर के आदर्शों पर चलने को तैयार हैं. यहां पर 69000 शिक्षक भर्ती वाले बेचारे परेशान हैं. भाजपा वालों को यूपी से खदेड़ने का काम करना है.

इसे भी पढ़ें- अखिलेश यादव ने बीजेपी पर कसे तंज, कहा- महंगाई पर नहीं बोलती बीजेपी

कार्यक्रम में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के पौत्र पूर्व सांसद डॉ प्रकाश अम्बेडकर ने कहा कि किसान भाइयों से कहता हूं कि आरक्षित वर्ग आप को समर्थन देने के लिए तैयार है. लेकिन आपको दो कदम आगे बढ़ना होगा. निजीकरण जो चल रहा है. सरकार जो प्राइवेटाइजेशन कर रही है. आरक्षण वर्ग कह रहा है कि अगर निजीकरण लागू हुआ तो अधिकार खत्म हो जाएंगे. अखिलेश यादव से कहना चाहूंगा कि आप सोच कर चलिए, समझ कर चलिए वक्त आपके साथ है.

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लखनऊः संविधान दिवस के मौके पर एसपी सुप्रीमो अखिलेश यादव (SP Supremo Akhilesh Yadav) ने कहा कि बीजेपी सरकार को हटाने के लिए आपके संकल्प के साथ हम हैं, हम और आप संविधान को बचाने के लिए आए हैं. हमें ऐसा संविधान मिला है, जो सबको बराबरी का हक देता है. उन्होंने कहा कि जो लोग लखनऊ से दिल्ली गए हैं और सरकार बनाई है. यहीं से बीजेपी की सत्ता का दरवाजा भी बंद होगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आखिरकार सरकार को तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना पड़ा है. इससे साबित होता है कि उनकी नीति गलत थी.

अखिलेश यादव ने कहा कि कौन लोग हैं, जो देश को किस रास्ते पर ले जा रहे हैं. किसान आंदोलन में 6 सौ से ज्यादा लोग शहीद हो गए हैं. जिसके लिए कानून लाये वही नहीं माने. किसानों ने कितना दुख झेला है. एक राज्यमंत्री के बेटे ने किसानों को कुचलकर मार दिया. उन्होंने कहा कि पत्रकारों को भी संविधान बचाने की जरूरत है, बचाते भी हैं, लेकिन कुछ मजबूरियों की वजह से वैसा नहीं कर पाते, जैसा करना चाहिए.

संविधान बचाओ महापंचायत
संविधान बचाओ महापंचायत

वहीं एसपी सुप्रीमो ने कहा कि अखिलेश यादव ने कहा कि एसपी सरकार बनने पर किसान आंदोलन में मरने वाले शहीद किसानों को 25-25 लाख की सहायता दी जाएगी. एसपी अध्यक्ष ने कहा कि 69 हजार शिक्षक अभ्यर्थियों को मारा गया है. बहनों के बाल पकड़कर मारे गये हैं. लखनऊ में इन अभ्यर्थियों ने बहुत लाठी खाई है. ये लोग संविधान पर भरोसा करते हैं. जो आपका हक और सम्मान छीना गया है वह समाजवादी पार्टी सरकार बनने पर दिया जाएगा. बीजेपी सरकार एयरपोर्ट बेच रही है.

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने जाति का भेद बढाया है. बाबा साहेब ने इसे खत्म करने का काम किया था. सामाजिक न्याय की बात जो लोग करते हैं वह सब हमें बाबा साहेब के संविधान से मिलता है. इसलिए 2022 के चुनाव में बदलाव करना है यह चुनाव देश की राजनीति बदलेगी. लोकतंत्र में जो जनता दुख देती है जनता उसे सबक सिखाती है. हम समाजवादी लोग और अम्बेडकर वादी लोग एक हुए हैं और 2022 में भाजपा सरकार को हटाना है और सपा सरकार बनानी है.

संविधान दिवस के अवसर पर काशीराम स्मृति उपवन में आयोजित संविधान बचाओ महापंचायत में पूर्व सांसद सावित्री बाई फुले ने कहा कि आज हम सब संविधान दिवस मनाने आये हैं, संविधान अंगीकार करने के बावजूद सबको बराबर का अधिकार नहीं है. आज आरएसएस भाजपा की सरकार अधिकार छीनने का काम कर रही है. मैं समता के अधिकार, संविधान और आरक्षण बचाने के लिए संघर्ष करने का काम कर रही हूं. सदन से लेकर सड़क तक संघर्ष किया. मेरी बात नहीं सुनी गई तो मैने भाजपा छोड़ दी. बहुजन समाज को आजाद करने और संविधान को बचाने के लिए समाज को जागरूक करने का बीड़ा उठाया है. सभी बहुजन समाज को जागना होगा और भाजपा को 2022 में सत्ता से बेदखल करना होगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि संविधान बचाने के भाजपा जैसी दुश्मन पार्टी को छेड़छाड़ नहीं करने दूंगी. हम आज शपथ लेते हैं कि बहुजन समाज एकजुट होकर भाजपा को सत्ता से हटाकर समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने का काम करेंगे.

अपना दल (कमेरवादी) की उपाध्यक्ष पल्लवी पटेल ने कहा कि संविधान दिवस के मौके 6 भाषाओं के ज्ञान और 26 डिग्री के साथ डॉक्टर भीमराव अंबेडकर अपने देश वापस आए थे. तब यह कल्पना नहीं की गई थी कि सिर छुपाने के लिए चपरासी तक नियम को पानी देने से मना कर दिया, लेकिन वे डिगे नहीं और अपने मिशन में जुटे रहे. वह अपने समाज को जोड़ने में लगे रहे जब मौका मिला तो अपनी लेखनी से एक ऐसा दस्तावेज तैयार कर दिया. जिसने ताउम्र गैर बराबरी जेली अपमान झेलते हुए एक ऐसा दस्तावेज तैयार किया. जिसमें सभी को बराबरी का दर्जा दिया गया. उन्होंने कहा कि आज भी अंबेडकर को दलितों का नेता आरक्षण देने वाले शख्स के रूप में जाना जाता है.

जब लाला लाजपत राय, जवाहरलाल नेहरू को अखिल भारतीय नेता और स्वतंत्रता सेनानी कहा जाता है, तो डॉक्टर अंबेडकर को यह दर्जा क्यों नहीं दिया जाता है. महिलाओं को अधिकार देने वाले डॉ अंबेडकर देश में समानता का अधिकार देने वाले डॉ अंबेडकर संविधान के रचयिता डॉ अंबेडकर ऐसे व्यक्ति को मैं नमन करती हूं.

उन्होंने कहा कि दलितों पिछड़ों का दोहन करने के लिए मनुस्मृति लिख दी गई. यह लड़ाई 90 बनाम 10 की है. यह लड़ाई कमेरावादी बनाम लुटेरावादी की है. जब तक जातिवार जनगणना नहीं होगी, इस बार मतगणना नहीं होने देंगे. आरक्षण से अगर खिलवाड़ होगा तो विरोध होगा. मैं बागी बनना पसंद करूंगी.

इससे पहले सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि बाबासाहेब अंबेडकर ने हमें वहां जाने का अधिकार दिया है कल तक राजा रानी के पेट से राजा पैदा होता था लेकिन बाबासाहेब अंबेडकर ने रानी के पेट का ऑपरेशन कर दिया और अब संविधान से राजा पैदा होगा. अब वह जरूरत आ गई है हम आपसे पूछना चाहते हैं कितने लोग डॉक्टर बाबा साहब अंबेडकर के आदर्शों पर चलने को तैयार हैं. यहां पर 69000 शिक्षक भर्ती वाले बेचारे परेशान हैं. भाजपा वालों को यूपी से खदेड़ने का काम करना है.

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कार्यक्रम में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के पौत्र पूर्व सांसद डॉ प्रकाश अम्बेडकर ने कहा कि किसान भाइयों से कहता हूं कि आरक्षित वर्ग आप को समर्थन देने के लिए तैयार है. लेकिन आपको दो कदम आगे बढ़ना होगा. निजीकरण जो चल रहा है. सरकार जो प्राइवेटाइजेशन कर रही है. आरक्षण वर्ग कह रहा है कि अगर निजीकरण लागू हुआ तो अधिकार खत्म हो जाएंगे. अखिलेश यादव से कहना चाहूंगा कि आप सोच कर चलिए, समझ कर चलिए वक्त आपके साथ है.

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Last Updated : Nov 26, 2021, 5:35 PM IST
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