लखनऊ/फिरोजाबाद : अरविंद केजरीवाल से मुलाकात के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि 'यूपी में कानून व्यवस्था फेल हो चुकी है. कहा कि अगर हम पूरे यूपी का law and order देखें तो ये देखना चाहिए की लगातार उत्तर प्रदेश में कार्यवाहक dgp क्यों है? इसका मतलब क्या है? सबसे ज्यादा असुरक्षित अगर कहीं महिलाएं और बेटियां हैं तो लखनऊ और उत्तर प्रदेश में हैं.
उन्होंने कहा कि 'नोएडा में बहुत से घटनाएं हुई हैं जो दिल्ली के समीप है. कल बस्ती में एफआईआर लिखने के लिए धरना चल रहा था. महिला वकील का घर के बाहर ही कत्ल कर दिया गया. उन्होंने कहा कि 5 महीने में नोएडा में 88 दुष्कर्म हुए. कन्नौज के एक सांसद ने चौकी में घुसकर पूरी चौकी के पुलिसकर्मियों को पीटने का काम किया. लखनऊ में सीसीटीवी में घटनाएं सामने आती हैं. कहा कि पुलिस कस्टडी में जान जा रही है, कोर्ट में मारा जा रहा है. सरकार ने खुली छूट दी गई है जहां चाहो वहां मारो. ये लॉ एंड आर्डर है.'
बता दें कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल बुधवार को समाजवादी पार्टी के लखनऊ मुख्यालय पहुंचे. उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और पंजाब के सीएम भगवंत मान के साथ संयुक्त रूप से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि राज्यसभा में भाजपा के पास संख्या नहीं है. इसलिए सभी विपक्षी दलों से अध्यादेश को गिराने के लिये एकजुट होने की अपील की. इससे पहले सपा मुख्यालय पर अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीए भगवंत मान का अखिलेश यादव ने गर्मजोशी से स्वागत किया. तीनों नेताओं ने एक साथ मंच साझा करते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस की.
'कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं' : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को दिनदहाड़े पश्चिमी यूपी के गैंगस्टर और भारतीय जनता पार्टी के नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी हत्याकांड के मुख्य आरोपी संजीव जीवा की कोर्ट परिसर में हत्या कर दी गई. हत्या से उत्तर प्रदेश में राजनीतिक पारा एक बार फिर गरमा गया है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने इस घटना को लेकर यूपी सरकार पर निशाना साधा है. फिरोजाबाद में मीडिया से बात करते हुए समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून नाम की कोई चीज नहीं बची है.
समाजवादी पार्टी के नेता प्रो. रामगोपाल यादव बुधवार को फिरोजाबाद में थे. जहां उन्होंने एक निजी कार्यक्रम में भाग लेने के बाद मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि 'उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. यह घटना इसका उदाहरण है. उन्होंने इटावा जनपद की भी एक घटना का जिक्र किया और कहा कि इटावा में एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म की घटना हुई थी. पुलिस इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं कर रही है. लड़की का बयान तक नहीं हुआ है और तो और पुलिस ने लड़की के भाइयों के खिलाफ ही रेप का मुकदमा दर्ज कर लिया है, जिससे इस केस की लीपापोती हो जाए. प्रोफेसर रामगोपाल यादव से जब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुलाकात के संबंध में जब सवाल पूछा गया तो उनका कहना था कि 2024 का चुनाव आने वाला है और अब इस तरह की मुलाकातों का दौर चलेगा. बिहार में 17 सौ करोड़ रुपए का निर्माणाधीन पुल गिर जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्होंने पुल देखा नहीं इसलिए उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है.'
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