लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर सोमवार को प्रदेशभर में तहसील स्तर पर सपाई बेरोजगारी और किसानों के मुद्दों को लेकर ज्ञापन सौंपेंगे. अखिलेश यादव ने सोमवार को बयान जारी करते हुए भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला. साथ ही कार्यकर्ताओं को सरकार की नीतियों के विरोध में महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपने के निर्देश दिए.
पूर्व मुख्यमंत्री और सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, 'प्रदेश में एक ओर कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है और दूसरी तरफ भाजपा सरकार की मनमानी कार्यशैली और दमनकारी नीतियों से जनता त्रस्त है. स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं. भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था पर कोई नियंत्रण नहीं है. प्रदेश में किसान बेहाल है, बेरोजगारी और अपराध बेलगाम है. इसके विरोध में 21 सितम्बर को समाजवादी पार्टी सभी जनपदों में तहसील स्तर पर शारीरिक दूरी रखते हुए जिला प्रशासन के माध्यम से महामहिम राज्यपाल महोदया को सम्बोधित ज्ञापन सौंपेगी.'
अखिलेश यादव ने कहा कि कोरोना संकटकाल में भाजपा सरकार स्वास्थ्य सम्बन्धी सुविधाएं मुहैया कराने में लापरवाह है. उचित चिकित्सा के अभाव में लोगों की मौतें हो रही हैं. कोविड-19 अस्पतालों में अव्यवस्थाओं के चलते जहां संक्रमित दिक्कत में हैं तो वहीं स्वास्थ्यकर्मी भी साधन-सुविधाओं के अभाव में परेशान हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, 'समाजवादी सरकार की 108, 102 सेवाएं निष्क्रिय कर दी गई हैं. प्रदेश की लगभग हर ग्राम पंचायत में कोरोना किट की खरीद में महाघोटाला हुआ है. जनता के पास अब हर मोर्चे पर विफल भाजपा सरकार के झूठ और पाखण्ड को पचाने का सब्र नहीं बचा है.'
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अखिलेश यादव ने कहा कि 21 सितम्बर को समाजवादी कार्यकर्ताओं के साथ जनता भी तहसील स्तर पर शारीरिक दूरी रख कर एकत्र होकर महामहिम राज्यपाल महोदया को सम्बोधित ज्ञापन देगी और उनसे संवैधानिक कार्यवाही करने का अनुरोध करेगी.