लखनऊः CAA के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और इस पर पुलिसिया कार्रवाई के बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी विधायकों को बड़ा ऑफर दिया है. हफ्ते भर पहले विधानसभा सत्र के दौरान अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने पर बैठने वाले विधायकों को अखिलेश ने सरकार बनाने में मदद करने की बात कही है. अखिलेश यादव ने रविवार को मीडिया को संबोधित करने के दौरान ये बातें कहीं.
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी में तो विधायक ही पार्टी के खिलाफ बगावत करने लगे हैं. अब सरकार परेशानी में है. सीएम योगी को नए साल में इनकी चुनौती स्वीकार करनी होगी. बीजेपी विधायक को अपनी ही सरकार में बात रखने से वंचित किया जा रहा है. सदन में बीजेपी एमएलए का साथ देने की बाबत अखिलेश ने कहा कि अन्याय के खिलाफ हम हर मोर्चे पर लोगों का साथ देंगे.
अखिलेश ने उठाया सीएम की भाषा पर सवाल
दरअसल, प्रदेश में CAA और NRC के खिलाफ हो रही हिंसा पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अखिलेश यादव ने राज्य की योगी और केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर थे. हिंसा की वजह का आरोप बीजेपी और यूपी सरकार पर मढ़ते हुए अखिलेश ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भाषा पर भी सवाल उठाए.
इस दौरान बीजेपी विधायकों के अपने ही सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि 'वो 200 आएं 40 हमारे हैं, नए साल पर गिफ्ट है. नया मुख्यमंत्री कोई नई बात नहीं है. विधानसभा चुनाव के पहले कौन जानता था, योगी जी मुख्यमंत्री बनेंगे. बीजेपी विधायकों को नए साल पर हमारा गिफ्ट हैं.'
बता दें कि बीते 18 दिसंबर को गाजियाबाद की लोनी विधानसभा सीट से भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर पुलिस के अत्याचार के खिलाफ बोलने चाह रहे थे, लेकिन स्पीकर ने उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया. इसके बाद कई भाजपा और विपक्षी विधायक गुर्जर के समर्थन में आ गए. कुछ रिपोर्ट के मुताबिक सदन में 'विधायक एकता जिंदाबाद' के नारे लगाए गए. बीजेपी के करीब 200 विधायक सरकार के खिलाफ नारेबाजी में शामिल हुए. इसमें इन्हें विपक्ष का खूब साथ मिला.