लखनऊ: पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार को जनसामान्य के स्वास्थ्य और जीवन की कोई चिंता नहीं है. प्रदेश में अवैध शराब का कारोबार सत्ता के संरक्षण में चल रहा है. मुख्यमंत्री के बड़बोलेपन के बावजूद जहरीली शराब का धंधा दोगुनी रफ्तार से चल रहा है. अब तक दर्जनों लोग जहरीली शराब पीकर अपनी जान गंवा बैठे हैं.
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि शराब माफियाओं के हौसले इतने बढ़े हुए हैं कि वे सरकारी कायदे कानूनों को ठेंगा दिखाते हुए तस्करी और अवैध शराब की बिक्री खुलेआम कर रहे हैं. सच तो यह है कि प्रदेश में पुलिस और आबकारी विभाग की जानकारी में ही अवैध ढंग से शराब की तस्करी और जहरीली शराब बनाने और बेचने का काम हो रहा है.
प्रयागराज जिले के फूलपुर थाना क्षेत्र के अमिलिया गांव में जहरीली शराब के पीने से अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 16 गंभीर हालत में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं. वहीं बाराबंकी के कोठी थाना क्षेत्र में भाजपा नेता ने उधार शराब न देने पर सेल्समैन की पिटाई कर दी. कई ठेके भाजपा नेताओं ने ले रखे हैं. वे भी जल्दी माल कमाने के फेर में दिखाई देते हैं. बाराबंकी में 12 लोगों की मौत हुई है.
नकली शराब को खत्म नहीं करना चाहती भाजपा
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार की संवेदनहीनता की हद है कि नकली शराब के धंधेबाजों पर नकेल कसने में वह अब तक गम्भीर नहीं हुई है. इस सरकार ने नकली शराब के सिंडीकेट को खत्म करने की दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए हैं. आबकारी और पुलिस विभाग के रहते देशी शराब के सरकारी ठेकों पर जहरीली शराब की बिक्री जघन्य अपराध है. सरकार को इसमें विभागीय संलिप्तता की भी जांच कर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए. बता दें कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लगातार प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधने कभी कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर तो कभी नकली शराब के मुद्दे पर हमलावर होते रहते हैं.