लखनऊ : पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से सवाल-जवाब के दौरान किसी ने मुख्यमंत्री कह दिया. दरअसल, प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब किसी ने सवाल किया तो सवाल के साथ ही मुख्यमंत्री शब्द भी निकला. बस फिर क्या था? अखिलेश यादव ने उसे तुरंत लपक लिया और कह दिया कि आप कह देते मुख्यमंत्री जो निकल रहा था मुंह से. यानि कि 2022 की तरफ अखिलेश यादव ने साफ इशारा कर दिया. उन्होंने हंसी-मजाक में ही संकेत दे दिए कि साल 2022 की जंग में समाजवादी पार्टी पीछे नहीं रहने वाली.
अखिलेश यादव ने योगी सरकार और पुलिस को लिया आड़े हाथ
अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान योगी आदित्यनाथ की सरकार पर जमकर निशाना साधा. अखिलेश यादव आज पूरे रंग में नजर आए. उन्होंने योगी सरकार के साथ ही राज्य के कुछ IPS अफसरों को भी सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया. उन्होंने कहा कि राज्य की पुलिस जिसके खिलाफ चाहती है, उसके खिलाफ झूठे मुकदमे लगा देती है. अखिलेश यादव के चेहरे पर इस दौरान गुस्सा भी साफ झलक रहा था.
अखिलेश को धर्मगुरुओं के आशीर्वाद की जरूरत
कोरोना से निपटने के मुद्दे पर योगी सरकार की हर तरफ तारीफ हो रही है उस पर भी अखिलेश यादव ने सवाल खड़े किए. उन्होंने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सरकार कोरोना तब मानती है जब विपक्ष कुछ काम करे. और जब अखिलेश यादव से कोरोना वैक्सीन लगवाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने साफ कह दिया कि उन्हें बीजेपी की वैक्सीन पर भरोसा नहीं है. अखिलेश यादव ने यूपी सरकार के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि योगी सरकार इंटर रिलीजन और इंटरकास्ट शादी पर 50 हजार रुपये का एलान किया था. और इसके बाद अध्यादेश लाते हैं. अखिलेश यादव ने कहा कि बहुत ताकतवर लोगों से लड़ाई लड़नी है और इसके लिए उन्हें धर्मगुरुओं के आशीर्वाद की जरूरत है.