लखनऊ : यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने पार्टी कार्यालय पर मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के चेयरमैन आलोक प्रसाद की गिरफ्तारी पर मुख्यमंत्री को घेरते हुए उन्हें रिहा करने की मांग की. साथ ही मुख्यमंत्री योगी के बिहार चुनाव में प्रचार करने जाने पर तंज भी कसा. इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के साथ पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आरके चौधरी भी मौजूद थे.
'बिहार में नहीं होगा कोई असर'
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को घेरते प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि वे आजकल बिहार के दौरे पर हैं. वे चुनावों में प्रचार का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं. पिछले दिनों असम और दिल्ली के साथ अन्य प्रदेशों के चुनाव में भी गए थे. वे सिर्फ लंबे-लंबे आंकड़े प्रस्तुत करते हैं, जिसके लिए उन्होंने एक पीआर एजेंसी हायर कर रखी है, जो उन्हें नए-नए आंकड़े प्रस्तुत करती रहती है. लेकिन वो जमीनी हकीकत नहीं जानते. मुख्यमंत्री दूसरे प्रदेशों में रोजगार की बात करेंगे, इन्वेस्टर सम्मिट की बात करेंगे, कानून व्यवस्था की बात करेंगे, महिला सुरक्षा की बात करेंगे. लेकिन अपने प्रदेश में नहीं. जिस मुख्यमंत्री के कार्यकाल में नौजवान सबसे ज्यादा बेरोजगारी का दंश झेल रहे हों, जहां महिला सुरक्षित न हों, जहां बेटियों को दुराचार के बाद सिगरेट से जला दिया जाता हो, उनकी जीभ काट दी जाती हो. ऐसे मुख्यमंत्री को दूसरे प्रदेशों में जाकर आंकड़े प्रस्तुत करने से पहले अपने सूबे के सही आंकड़ों की तरफ देख लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि सीएम साहब ! आप जहां जाएंगे जनता का जनादेश आपके विपरीत ही जाएगा.
'अपराधियों के साथ खड़ी है योगी सरकार'
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. अपराधी, अधिकारी और सरकार मस्त है, जनता त्रस्त है. कानून व्यवस्था, दलित, पिछड़ी जाति वर्ग के सवाल पर जब कांग्रेस पार्टी के नेता आंदोलन करते हैं तब यह सरकार दमनकारी नीति अपनाते हुए हमारे पार्टी के नेताओं को जेल भेजने का काम शुरू कर देती है. अपनी नाकामी छुपाने के लिए योगी सरकार तरह-तरह के हथकंडे अपनाती है. पिछले दिनों एक बेटी अंजना तिवारी सरकार से न्याय मांगने के लिए दर-दर की ठोकरे खाती रही, और जब उसे न्याय नहीं मिला तो वह बीजेपी कार्यालय के सामने आत्मदाह करने का प्रयास करती है. ऐसे में सरकार न तो उस बेटी को न्याय दिलाने की व्यवस्था करती है और न ही उन अधिकारियों पर कार्रवाई करती है, जिनकी वजह से यह घटना हुई. बल्कि हमारे दलित कांग्रेस के चेयरमैन आलोक प्रसाद को जेल भेजने का काम करती है.
'कांग्रेस पदाधिकारियों को बेवजह किया गिरफ्तार'
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों भी ऐसी ही एक घटना हुई थी जब अमेठी का एक परिवार जमीन के मामले को लेकर चक्कर लगाता रहा. सरकार ने न्याय तो नहीं दिया लेकिन जब वह परिवार आत्मदाह करने के लिए बीजेपी कार्यालय के सामने पहुंचा तो हमारे प्रवक्ता अनूप पटेल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें फर्जी तरीके से जेल भिजवा दिया. लेकिन कांग्रेस के कार्यकर्ता डरने वाले नहीं हैं. लाख मुकदमे लिख लो, हम लड़े हैं.. और लड़ेंगे. अब तक प्रदेश कांग्रेस के 8000 पदाधिकारियों के खिलाफ मुकदमे लिखे जा चुके हैं. यह बिल्कुल भी सही नहीं है.
'आलोक प्रसाद को रिहा करे सरकार'
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के चेयरमैन आलोक प्रसाद और प्रदेश प्रवक्ता अनूप पटेल को जल्द रिहा नहीं करती है तो कांग्रेस पार्टी सड़क पर मजबूती के साथ अपने नेताओं के लिए संघर्ष करेगी. परिणाम चाहे जो हो, जेल जाएंगे, लाठी खाएंगे, लेकिन कांग्रेस का एक-एक नेता एक-एक कार्यकर्ता अपने साथियों के साथ मजबूती से खड़ा है.
'न्याय की आस में विधानसभा पर आत्मदाह कर रहे लोग'
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आरके चौधरी ने कहा है कि विधान भवन के सामने इन दिनों आत्मदाह की घटनाएं बढ़ रही हैं. सरकार अन्याय के साथ खड़ी है. पीड़ित को कहीं भी न्याय नहीं मिल रहा है, बल्कि उसे फंसाया जा रहा है. हाल ही में लखनऊ में एक महिला ने आत्मदाह का प्रयास किया. उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति विभाग के चेयरमैन को योगी सरकार ने गिरफ्तार किया है वह कांग्रेस पार्टी के ऐसे नेता है जिनका अपना पारिवारिक बैकग्राउंड है. उनके पिताजी सुखदेव राजस्थान के राज्यपाल रहे हैं. शाहनवाज आलम को भी जेल भेज दिया गया था.
'नाकामियों को छुपा रही है सरकार'
प्रदेश में हत्या, बलात्कार और लूट की घटनाएं चरम पर हैं. जनता तबाह हो रही है. योगी सरकार और उनकी पुलिस अपनी नाकामियों को छुपा नहीं पा रही है. सरकार जातिवाद कर रही है. कुछ जातियों को संरक्षण दे रही है. तमाम ऐसी जाति हैं जिन्हें तलाश कर फंसाया जा रहा है.
'भाजपाइयों को संरक्षण कांग्रेसियों की गिरफ्तारी'
बलिया के दुर्जनपुर गांव में जो घटना घटी. सीओ और एसडीएम के सामने एक अपराधी सरेआम हत्या कर देता है. पुलिस सामने खड़ी रहती है. उस मुलजिम की तलाश में ₹50000 का इनाम रखना पड़ा. उसे बचाने में भाजपा के विधायक लगे हुए हैं. भाजपा का स्टीकर लगाकर मेरठ में एक नाबालिग छात्रा के साथ उस कार में बलात्कार हुआ. आरोपी भाजपा का कार्यकर्ता और गौरक्षा सेवा समिति से जुड़ा हुआ है. सरकार ऐसे लोगों को बचा रही है और निर्दोष लोगों को फंसा रही है.