लखनऊ: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को बंगला खाली करने का नोटिस दिए जाने पर भाजपा को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लोग उन्हें बंगले से तो निकाल सकते हैं, लेकिन लाखों-करोड़ों भारतीय नागरिकों के दिलों से कैसे बाहर निकालेंगे.
अजय कुमार लल्लू ने दिए पत्रकारों के सवालों के जवाब
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लोग मुद्दों को बदलने की कोशिश कर रहे हैं. प्रियंका गांधी वाड्रा ने जिस तरह कुंभा गांव के आदिवासियों के लिए लड़ाई लड़ी, उन्नाव में भाजपा विधायक के उत्पीड़न का शिकार दुष्कर्म पीड़िता के परिवार के साथ खड़ी दिखाई दीं, शाहजहांपुर के स्वामी चिन्मयानंद केस में उन्होंने पीड़िता की मदद की. इस सबसे भाजपा सरकार बौखलाई हुई है, वह डरी हुई है और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं, नेताओं के लिए प्रताड़ना का काम कर रही है, लेकिन इससे कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता डरने या घबराने वाले नहीं हैं.
गरीबों के दिलों से प्रियंका को नहीं निकाला जा सकता
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा को बंगले से बाहर निकाला जा सकता है. भाजपा की सरकार है, वह ऐसा कर सकती है, लेकिन उन्हें गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों के दिलों से बाहर कैसे निकाला जाएगा, जिनके संघर्ष में हर पल प्रियंका गांधी खड़ी हैं.
एसपीजी सुरक्षा वापस लिए जाने के बाद आवासीय सुविधा का हक नहीं
बता दें कि सरकार ने बुधवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से कहा था कि वह नई दिल्ली स्थित बंगला एक महीने के भीतर खाली कर दें, क्योंकि एसपीजी सुरक्षा वापस लिए जाने के बाद वह आवासीय सुविधा पाने की हकदार नहीं हैं. आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि वह एक अगस्त तक मौजूदा आवास 35 लोधी एस्टेट खाली कर दें और अगर ऐसा नहीं करती हैं, तो उन्हें नियमों के मुताबिक किराये अथवा क्षतिपूर्ति का भुगतान करना होगा.
मंत्रालय ने यह भी कहा कि उन्हें यह आवास खाली करने के लिए जो भी समय लगेगा, उस अवधि के किराये का भुगतान करना पड़ेगा. सरकार ने पिछले साल नवंबर में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की एसपीजी सुरक्षा वापस ले ली थी और उन्हें जेड-प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी थी. एक अधिकारी ने बताया कि टाइप 6बी का यह आवास प्रियंका को 21 फरवरी, 1997 को आवंटित किया गया था, क्योंकि उस वक्त उन्हें एसपीजी सुरक्षा मिली हुई थी. अधिकारी के मुताबिक जेड-प्लस श्रेणी की सुरक्षा में आवास सुविधा का प्रावधान नहीं होता और ऐसे में उन्हें यह बंगला खाली करना पड़ेगा.