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बेरोजगारी के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है उत्तर प्रदेश: अजय कुमार लल्लू

यूपी की राजधानी लखनऊ में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने योगी सरकार पर टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि यूपी में बेरोजगारी का दर लगातार बढ़ रहा है. प्रदेश में 2018 के मुकाबले 2019 में बेरोजगारी दोगुनी हुई है. श्रम मंत्री ने लिखित जवाब में कहा है कि 18 में बेरोजगारी दर 5.92 प्रतिशत थी जो 2019 में बढ़ कर 9.97 प्रतिशत हो गई.

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Published : Oct 28, 2020, 7:49 PM IST

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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष.

लखनऊः कांग्रेस ने प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी और युवाओं में रोजगार को लेकर बढ़ती हताशा को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ पर जमकर हमला बोला है. पार्टी मुख्यालय की तरफ से जारी बयान में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने योगी सरकार पर चुनाव के समय रोजगार को लेकर जनता से किए गए वादे से मुकरने का आरोप लगाया. मौजूदा सरकार को छात्र-युवाओं के प्रति असंवेदित बताया.

मुख्यमंत्री उड़ा रहे हैं गरीबों का मजाक
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि आज प्रदेश चौतरफा अव्यवस्था से जूझ रहा है. विकास रुका हुआ है. जनता आर्थिक रूप से टूट चुकी है. छात्र, नौजवान बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं. उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी में प्रदेश के लाखों लोग अन्य राज्यों में अपने चलते हुए काम धंधे छोड़ कर घर आने पर विवश हुए थे. लॉकडाउन के चलते लाखों लोगों ने अपना रोजगार खोया था. मुख्यमंत्री योगी उनको समायोजित करने के बजाय लाई चना बिकवाने का प्रहसन कर उनका मजाक उड़ा रहे है.

श्रम मंत्री कर चुके हैं बेरोजगार की स्थिति भयावह
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि भाजपा और मुख्यमंत्री योगी ने चुनाव पूर्व प्रदेश की जनता से घूम-घूम कर 70 लाख रोजगार सृजन यानी 14 लाख प्रति वर्ष रोजगार देने का वादा किया था, पर साढ़े तीन साल बीत जाने के बाद मुख्यमंत्री योगी ने कल खुद स्वीकार किया है कि साढ़े तीन वर्षों में तीन लाख लोगों को रोजगार दिया है. इससे यह साबित होता है कि बेरोजगारी कि स्थिति बहुत भयावह है. यही बात प्रदेश के श्रम मंत्री कह चुके हैं कि प्रदेश में बेरोजगारी की स्थिति बहुत भयावह है. रोजगार के अवसर कम हुए हैं. 2018 के मुकाबले 2019 में बेरोजगारी दोगुनी हुई है. श्रम मंत्री ने लिखित जवाब में कहा है कि 18 में बेरोजगारी दर 5.92 प्रतिशत थी जो 2019 में बढ़ कर 9.97 प्रतिशत हो गई.

भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी भर्ती परीक्षा
उन्होंने योगी पर आरोप लगाया कि योगी सरकार कोई नया रोजगार युवाओं को उपलब्ध नहीं करा पाई है. प्रदेश में भाजपा राज में कोई भी फैक्ट्री, पी.एस.यू. की स्थापना नहीं हुई. इसके चलते नए रोजगार सृजन हुए हों. पिछले सालों में जो भी भर्ती की परीक्षा हुई हैं, भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी हैं. प्रदेश का युवा बेरोजगारी की मार से बेहाल है.

युवा रोजगार मांगता है, मिलती है कुत्ता पालने की सलाह
अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार नए रोजगार सृजन के मामले में पूरी तरह फेल हो चुकी है. जिन युवाओं को ख्वाब दिखाकर वे सत्ता में आए थे. आज बेरोजगारी के चलते हताशा और निराशा में डूब गए हैं. उन्होंने आगे कहा कि जब युवा रोजी-रोटी की चिन्ता में नौकरी मांगता है, अटकी भर्तियों को घोषित करने की मांग करता है तो भाजपा के नेता कुत्ता पालने, खिलौना बनाने, पकौड़ा बनाने की सलाह देते हैं, जिससे यह साफ होता है कि नेतृत्व का शिक्षा, रोजगार और युवाओं के भविष्य से कोई सरोकार नहीं है.

छात्रों का दर्द नहीं समझती सरकार
उन्होंने कहा कि योगी सरकार छात्रों-नौजवानों का दर्द समझने और उसको निस्तारित करने के बजाय ऐसे बयान देकर उनके जख्मों पर नमक छिड़कने का काम करती है. सरकार 50 वर्ष से अधिक उम्र वाले कर्मचारियों को जबरन सेवानिवृत्त करने का दबाव बनाती है तो वहीं नई नियुक्ति वालों को 5 साल संविदा पर रखने के लिए ‘‘मिजरेबल की परफोरमेन्श इंडिकेटर फार्मूला’’ को आधार बनाकर उनको डराने का काम करती है.

लखनऊः कांग्रेस ने प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी और युवाओं में रोजगार को लेकर बढ़ती हताशा को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ पर जमकर हमला बोला है. पार्टी मुख्यालय की तरफ से जारी बयान में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने योगी सरकार पर चुनाव के समय रोजगार को लेकर जनता से किए गए वादे से मुकरने का आरोप लगाया. मौजूदा सरकार को छात्र-युवाओं के प्रति असंवेदित बताया.

मुख्यमंत्री उड़ा रहे हैं गरीबों का मजाक
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि आज प्रदेश चौतरफा अव्यवस्था से जूझ रहा है. विकास रुका हुआ है. जनता आर्थिक रूप से टूट चुकी है. छात्र, नौजवान बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं. उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी में प्रदेश के लाखों लोग अन्य राज्यों में अपने चलते हुए काम धंधे छोड़ कर घर आने पर विवश हुए थे. लॉकडाउन के चलते लाखों लोगों ने अपना रोजगार खोया था. मुख्यमंत्री योगी उनको समायोजित करने के बजाय लाई चना बिकवाने का प्रहसन कर उनका मजाक उड़ा रहे है.

श्रम मंत्री कर चुके हैं बेरोजगार की स्थिति भयावह
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि भाजपा और मुख्यमंत्री योगी ने चुनाव पूर्व प्रदेश की जनता से घूम-घूम कर 70 लाख रोजगार सृजन यानी 14 लाख प्रति वर्ष रोजगार देने का वादा किया था, पर साढ़े तीन साल बीत जाने के बाद मुख्यमंत्री योगी ने कल खुद स्वीकार किया है कि साढ़े तीन वर्षों में तीन लाख लोगों को रोजगार दिया है. इससे यह साबित होता है कि बेरोजगारी कि स्थिति बहुत भयावह है. यही बात प्रदेश के श्रम मंत्री कह चुके हैं कि प्रदेश में बेरोजगारी की स्थिति बहुत भयावह है. रोजगार के अवसर कम हुए हैं. 2018 के मुकाबले 2019 में बेरोजगारी दोगुनी हुई है. श्रम मंत्री ने लिखित जवाब में कहा है कि 18 में बेरोजगारी दर 5.92 प्रतिशत थी जो 2019 में बढ़ कर 9.97 प्रतिशत हो गई.

भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी भर्ती परीक्षा
उन्होंने योगी पर आरोप लगाया कि योगी सरकार कोई नया रोजगार युवाओं को उपलब्ध नहीं करा पाई है. प्रदेश में भाजपा राज में कोई भी फैक्ट्री, पी.एस.यू. की स्थापना नहीं हुई. इसके चलते नए रोजगार सृजन हुए हों. पिछले सालों में जो भी भर्ती की परीक्षा हुई हैं, भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी हैं. प्रदेश का युवा बेरोजगारी की मार से बेहाल है.

युवा रोजगार मांगता है, मिलती है कुत्ता पालने की सलाह
अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार नए रोजगार सृजन के मामले में पूरी तरह फेल हो चुकी है. जिन युवाओं को ख्वाब दिखाकर वे सत्ता में आए थे. आज बेरोजगारी के चलते हताशा और निराशा में डूब गए हैं. उन्होंने आगे कहा कि जब युवा रोजी-रोटी की चिन्ता में नौकरी मांगता है, अटकी भर्तियों को घोषित करने की मांग करता है तो भाजपा के नेता कुत्ता पालने, खिलौना बनाने, पकौड़ा बनाने की सलाह देते हैं, जिससे यह साफ होता है कि नेतृत्व का शिक्षा, रोजगार और युवाओं के भविष्य से कोई सरोकार नहीं है.

छात्रों का दर्द नहीं समझती सरकार
उन्होंने कहा कि योगी सरकार छात्रों-नौजवानों का दर्द समझने और उसको निस्तारित करने के बजाय ऐसे बयान देकर उनके जख्मों पर नमक छिड़कने का काम करती है. सरकार 50 वर्ष से अधिक उम्र वाले कर्मचारियों को जबरन सेवानिवृत्त करने का दबाव बनाती है तो वहीं नई नियुक्ति वालों को 5 साल संविदा पर रखने के लिए ‘‘मिजरेबल की परफोरमेन्श इंडिकेटर फार्मूला’’ को आधार बनाकर उनको डराने का काम करती है.

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