लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कोरोना महामारी में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की. उन्होंने कहा कि यह वक्त भारत के इतिहास में अब तक का शायद सबसे बुरा वक्त है. हम सबको एकजुट होकर इस महामारी का मुकाबला करना है, लेकिन यह महामारी इतना विकराल रूप क्यों ले सकी? क्यों इसका असर इतना भयानक हुआ इस पर भी सोचने की जरूरत है. न केवल लोगों की जान जा रही है बल्कि जो जिंदा भी बच रहे हैं. उनका जीवन भी बेहद संकट में बीतने वाला है.
बीजेपी सरकार के नकारेपन से जनता परेशान
उन्होंने सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी की ताजा रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि अप्रैल माह में देश में बेरोजगारी दर आठ फीसदी रहने की संभावना है. इन आंकड़ों के मुताबिक मात्र अप्रैल महीने में ही देश में 75 लाख लोगों ने अपने रोजगार से हाथ धोया है. यह अचानक नहीं हुआ है. मार्च में बेरोजगारी 7.8 प्रतिशत और फरवरी में 6.7 प्रतिशत थी. मतलब यह कि बीजेपी सरकार के नकारेपन की वजह से लोग पहले से ही बेरोजगारी की तरफ धकेल दिए जा रहे हैं. अजय कुमार लल्लू ने कहा कि मैं नकारापन की बात इसलिए कर रहा हूं, क्योंकि अगर समय रहते महामारी से निपटने की तैयारी की गई होती तो ये हालात नहीं बनते.
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राहुल गांधी की सलाह मानी होती तो न देखना पड़ता ये दिन
2020 के लॉकडाउन का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले साल मोदी सरकार द्वारा बिना योजना के लगाए गए लॉकडाउन ने करोड़ों को बेरोजगार कर दिया था, तब बेरोजगारी ने भारत में 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया था. सरकार को चेताते हुए कहा कि अभी भी वक्त नहीं बीता है. सरकार को राहुल गांधी की सलाह मान लेनी चाहिए. तुरंत कमजोर या गरीबों के खातों में 6000 रुपए कैश ट्रांसफर कर, बीजेपी सरकार को इस वक्त देश की जनता के साथ 'न्याय' करना चाहिए. कांग्रेस पार्टी लंबे समय से यह मांग करती रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने राहुल गांधी की इस सलाह को मान लिया होता तो यह नौबत नहीं आती. तब हमें सिर्फ कोरोना महामारी से लड़ना होता, बेरोजगारी की माहामारी से नहीं.