लखनऊः किसान विरोधी तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ रविवार को कांग्रेस पार्टी ने प्रदेशव्यापी भाजपा के सांसदों और विधायकों का घेराव किया. भाजपा के सांसदों और विधायकों के घेराव के तहत गोरखपुर, शामली, कौशाम्बी, बस्ती समेत कई जिलों में कांग्रेस के जिला अध्यक्षों ने भारतीय जनता पार्टी के सांसदों और विधायकों को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान काले कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग भी की गई.
तानाशाह है योगी सरकार
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि प्रदेश में भाजपा तानाशाह रुख अपना रही है. सोनभद्र में ज्ञापन देने जा रहे कांग्रेसियों को पुलिस बल ने रोक दिया. वाराणसी में कई नेताओं को नजरबंद कर दिया गया. इटावा में सदर विधायक के आवास के सामने कांग्रेस कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए और काला कानून वापस लेने की मांग की. इलाहाबाद, चंदौली में ज्ञापन देने जा रहे कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. अयोध्या में सांसद के आवास पर जिलाध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया जिन्हें पुलिस ने बलपूर्वक हटाया. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि ये योगी सरकार की तानाशाही है.
किसानों के साथ घोर अन्याय कर रही बीजेपी
प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि एक तरफ भारतीय जनता पार्टी किसानों की हितैषी होने का दम भरती है, वहीं किसानों के साथ घोर अन्याय कर रही है. भाजपा द्वारा जिस प्रकार तीन कृषि कानून पारित किए गए हैं उसे बताना चाहिए कि आखिर न्यूनतम समर्थन मूल्य दिये जाने का प्रावधान क्यों नहीं रखा गया? उन्होंने कहा कि आज किसान परेशान है.
हठधर्मी रवैया अपनाए हुए है भाजपा
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस भीषण ठण्ड में अन्नदाता किसान अपनी जायज मांगों को लेकर दिल्ली में डटे हुए हैं. यहीं नहीं कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर अपनी जान भी गंवा रहे हैं. इस आंदोलन में दर्जनों किसानों की जान चली गई है लेकिन भाजपा हठधर्मी रवैया अख्तियार किये हुए है. भाजपा के इस रवैये से साफ हो गया कि भाजपा पूरी तरह किसान विरोधी है.
कांग्रेस ने किसानों के लिए किया संघर्ष
अजय कुमार ने कहा कि किसानों के हितों के लिए कांग्रेस ने सदैव संघर्ष किया है. उसी के तहत रविवार को कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पूरे प्रदेश में भाजपा के जनप्रतिनिधियों सांसदों और विधायकों को काले कानून को वापस लेने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा है. उन्होंने कहा कि आखिर जिनके वोट से भाजपा सत्ता में है उनके हकों और अधिकारों पर डाका क्यों डाल रही है?