ETV Bharat / state

यूपी में बढ़ा वायु प्रदूषण का खतरा

यूपी के कई जिलों में हवा में बढ़ता प्रदूषण चिंता का विषय बना हुआ है. प्रदेश के कई जिलों में हालात बहुत ही खतरनाक हो रहे हैं. मंगलवार को भी कई दिनों में एक्यूआई 400 के पार दर्ज किया गया. पर्यावरणविद् की मानें तो कई जिलों की आबोहवा दमघोंटू हो रही है. जिसमें बुलंदशहर, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, कानपुर, लखनऊ, मेरठ, मुरादाबाद और मुजफ्फरपुर शामिल है.

वायु प्रदूषण.
वायु प्रदूषण.
author img

By

Published : Jan 20, 2021, 12:47 PM IST

लखनऊ: यूपी के कई जिलों में हवा में प्रदूषण का कहर लगातार जारी है. प्रदेश के कई जिलों में हालात बहुत ही खतरनाक हो रहे हैं. मंगलवार को भी कई दिनों में एक्यूआई 400 के पार दर्ज किया गया. पर्यावरणविद् की मानें तो कई जिलों की आबोहवा दमघोंटू हो रही है. बुलंदशहर, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, कानपुर, लखनऊ, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरपुर, नोएडा की हवा सबसे ज्यादा जहरीली पाई गई थी. वहीं मंगलवार को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, आगरा का एक्यूआई 352, बुलंदशहर 384, फरीदाबाद 402, गाजियाबाद 428, ग्रेटर नोएडा 430, कानपुर 400, लखनऊ 393, मेरठ 358, मुरादाबाद 299, मुजफ्फरपुर 246, नोएडा 429 दर्ज किया गया.

हवा में फिर घुला जहर
पर्यावरणविद सुशील द्विवेदी बताते हैं कि अगर एयर क्वालिटी इंडेक्स 0-50 के बीच है तो इसे अच्छा माना जाता है. 51-100 के बीच संतोषजनक होता है. 101-200 के बीच औसत 201-300 के बीच बुरा, 301-400 के बीच में हो तो बहुत बुरा और अगर यह 401 से 500 के बीच हो तो इसे गंभीर माना जाता है. इस समय प्रदेश के कई जिलों में हवा खराब है. वह बताते हैं कि लखनऊ में पिछले कई दिनों से कई जगह पीएम 2.5 अपने उच्चतम स्तर पर दर्ज किया गया था. पीएम 2.5 हवा में तैरने वाले वह महीन कण हैं. जिन्हें हम देख नहीं पाते हैं. वायुमंडल में इनकी मात्रा जितनी कम होती है हवा उतनी ही साफ होती है. इसका हवा में सुरक्षित स्तर 60 माइक्रोग्राम है. इसके अलावा पीएम 10 भी हवा की गुणवत्ता को प्रभावित करता है.

लखनऊ: यूपी के कई जिलों में हवा में प्रदूषण का कहर लगातार जारी है. प्रदेश के कई जिलों में हालात बहुत ही खतरनाक हो रहे हैं. मंगलवार को भी कई दिनों में एक्यूआई 400 के पार दर्ज किया गया. पर्यावरणविद् की मानें तो कई जिलों की आबोहवा दमघोंटू हो रही है. बुलंदशहर, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, कानपुर, लखनऊ, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरपुर, नोएडा की हवा सबसे ज्यादा जहरीली पाई गई थी. वहीं मंगलवार को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, आगरा का एक्यूआई 352, बुलंदशहर 384, फरीदाबाद 402, गाजियाबाद 428, ग्रेटर नोएडा 430, कानपुर 400, लखनऊ 393, मेरठ 358, मुरादाबाद 299, मुजफ्फरपुर 246, नोएडा 429 दर्ज किया गया.

हवा में फिर घुला जहर
पर्यावरणविद सुशील द्विवेदी बताते हैं कि अगर एयर क्वालिटी इंडेक्स 0-50 के बीच है तो इसे अच्छा माना जाता है. 51-100 के बीच संतोषजनक होता है. 101-200 के बीच औसत 201-300 के बीच बुरा, 301-400 के बीच में हो तो बहुत बुरा और अगर यह 401 से 500 के बीच हो तो इसे गंभीर माना जाता है. इस समय प्रदेश के कई जिलों में हवा खराब है. वह बताते हैं कि लखनऊ में पिछले कई दिनों से कई जगह पीएम 2.5 अपने उच्चतम स्तर पर दर्ज किया गया था. पीएम 2.5 हवा में तैरने वाले वह महीन कण हैं. जिन्हें हम देख नहीं पाते हैं. वायुमंडल में इनकी मात्रा जितनी कम होती है हवा उतनी ही साफ होती है. इसका हवा में सुरक्षित स्तर 60 माइक्रोग्राम है. इसके अलावा पीएम 10 भी हवा की गुणवत्ता को प्रभावित करता है.

इसे भी पढे़ं- बेहद खराब श्रेणी में पहुंचा नोएडा और ग्रेटर नोएडा का AQI

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.