लखनऊ: यूपी के कई जिलों में लगातार प्रदूषण फैला हुआ था, जहां मंगलवार को अन्य जिलों की आबोहवा सांस लेने वाली हुई है, वहीं राजधानी की हवा अभी भी जहरीली है. बीते दिनों बुलंदशहर, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, कानपुर, लखनऊ, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरपुर, नोएडा की हवा सबसे ज्यादा जहरीली पाई गई थी. इन शहरों का एक्यूआई 400 के पार दर्ज किया गया था. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार मंगलवार को बुलंदशहर का एक्यूआई 284, गाजियाबाद 292, ग्रेटर नोएडा 276, कानपुर 274, लखनऊ 334, मेरठ 254, मुरादाबाद 171, मुजफ्फरपुर 272, नोएडा 274 दर्ज किया गया.
दूषित हुई शहर की हवा
पर्यावरणविद सुशील द्विवेदी ने बताया कि अगर एयर क्वालिटी इंडेक्स 0-50 के बीच है तो इसे अच्छा माना जाता है. 51-100 के बीच संतोषजनक होता है. 101-200 के बीच औसत, 201-300 के बीच बुरा, 301-400 के बीच में हो तो बहुत बुरा और अगर यह 401 से 500 के बीच हो तो इसे गंभीर माना जाता है. इस समय लखनऊ की हवा बहुत खराब है.
उन्होंने बताया कि लखनऊ में पिछले पांच दिनों से कई जगह पीएम 2.5 अपने उच्चतम स्तर पर दर्ज किया गया. पीएम 2.5 हवा में तैरने वाले वह महीन कण हैं, जिन्हें हम देख नहीं पाते हैं. वायुमंडल में इनकी मात्रा जितनी कम होती है हवा उतनी ही साफ होती है. इसका हवा में सुरक्षित स्तर 60 माइक्रोग्राम है. इसके अलावा पीएम 10 भी हवा की गुणवत्ता को प्रभावित करता है.