लखनऊ: राजधानी समेत प्रदेश के कई जिलों में लगातार हवा में प्रदूषण फैला हुआ था. बीते दो दिनों में प्रदेश के कई जिलों में आबोहवा में थोड़ी राहत मिली थी. शनिवार को राजधानी की हवा में फिर भी थोड़ी राहत रही, लेकिन शनिवार को प्रदेश के कई जिलों में फिर से प्रदूषण फैल गया. ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, कानपुर, बुलंदशहर समेत कई जिलों में फिर से प्रदूषण ने आफत शुरू कर दी है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार शुक्रवार को बुलंदशहर का एक्यूआई 329, गाजियाबाद 327, ग्रेटर नोएडा 342, कानपुर 310, लखनऊ 260, मेरठ 247, मुजफ्फरपुर 263, नोएडा 326 दर्ज किया गया.
क्या हैं मानक
पर्यावरणविद सुशील द्विवेदी बताते हैं अगर एयर क्वालिटी इंडेक्स 0-50 के बीच है तो इसे अच्छा माना जाता है. 51-100 के बीच संतोषजनक होता है. 101-200 के बीच औसत, 201-300 के बीच बुरा, 301-400 के बीच में हो तो बहुत बुरा और अगर यह 401 से 500 के बीच हो तो इसे गंभीर माना जाता है.
शहर की हवा में थोड़ा सुधार
इस समय लखनऊ की हवा में सुधार हुआ है. वह बताते हैं कि लखनऊ में बीते दिनों जगह पीएम 2.5 अपने उच्चतम स्तर पर दर्ज किया गया था. पीएम 2.5 हवा में तैरने वाले वह महीन कण हैं, जिन्हें हम देख नहीं पाते हैं. वायुमंडल में इनकी मात्रा जितनी कम होती है. हवा उतनी ही साफ होती है. इसका हवा में सुरक्षित स्तर 60 माइक्रोग्राम है. इसके अलावा पीएम 10 भी हवा की गुणवत्ता को प्रभावित करता है.