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अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने का लक्ष्य, कर रहे हैं इस पर काम

उत्तर प्रदेश के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री अरविंद शर्मा (Urban Development Minister Arvind Sharma) ने "ईटीवी भारत" से एक्सक्लूसिव बातचीत की. उन्होंने बताया कि नई सौर ऊर्जा और जैव ऊर्जा नीति लेकर आए हैं उसमें आमजन के लिए क्या-क्या योजनाएं हैं? किस तरह से जनता इन नीतियों का लाभ उठा सकती है.

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Published : Nov 30, 2022, 4:43 PM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री अरविंद शर्मा (Urban Development Minister Arvind Sharma) ने "ईटीवी भारत" से एक्सक्लूसिव बातचीत की. उन्होंने बताया कि नई सौर ऊर्जा और जैव ऊर्जा नीति लेकर आए हैं उसमें आमजन के लिए क्या-क्या योजनाएं हैं? किस तरह से जनता इन नीतियों का लाभ उठा सकती है. इसके अलावा अयोध्या को किस तरह से सोलर सिटी के रूप में विकसित करेंगे और गोमती नदी की सफाई को लेकर उनकी क्या योजना है. इस बारे में अपनी बात रखी.

सवाल : नई सोलर एनर्जी और जैव ऊर्जा नीति में क्या कुछ खास है?

जवाब : पिछले दिनों ऊर्जा विभाग ने मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद की अनुमति से नई जैव ऊर्जा नीति और नई सौर ऊर्जा नीति बनाई थी. आज उसके क्रियान्वयन की दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं. क्रियान्वयन की दिशा में पहली चीजें होती हैं कि जन सामान्य को यह पता चले कि नीति क्या है? कैसे उस पर अमल होगा. प्वाइंट ऑफ कांटेक्ट क्या है? सिंगल विंडो सिस्टम क्या है? इसकी हमने जानकारी देने के लिए बुकलेट बनाई है. इसे रिलीज किया गया है. हमने काफी सोचने समझने और मेहनत करके नीतियां बनाई हैं. हमारी नीतियों के आधार पर हमारे राज्य में जैव ऊर्जा के क्षेत्र में और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अच्छा निवेश होगा और अच्छी योजनाएं परियोजनाएं आएंगी. हमारा दोनों ही क्षेत्रों में पोटेंशियल और भी बढ़ेगा. प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की अयोध्या को लेकर एक अंतरराष्ट्रीय नगर बनाने की योजना है, जो हमारी परंपरा रही है अयोध्या राम का धाम है. उसकी जो परिकल्पना है उसमें हम सब संजीदगी के साथ काम कर रहे हैं. अयोध्या को एक सर्वश्रेष्ठ नगर बनाया जाएगा. हमारे नगर विकास विभाग और ऊर्जा विभाग से कार्य किया जा रहा है. ऊर्जा विभाग की तरफ से हम अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में विकसित करेंगे. इसी सौर ऊर्जा नीति में हमने इसका निर्णय लिया है.

ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री अरविंद शर्मा से बातचीत करते संवाददाता अखिल पांडेय



सवाल : नगर विकास विभाग की तरफ से सफाई अभियान तो लगातार चलाया जाता है, लेकिन गोमती नदी को टेम्स नदी के रूप में विकसित करने का जो प्लान था उस पर क्या काम हो रहा है? गोमती तो गंदी ही नजर आ रही है?

जवाब : गोमती को भी हम साफ करेंगे. सफाई की सबसे अच्छी शुरुआत होती है पहले गंदगी न करने से. आपने पिछले छठ का त्योहार देखा होगा. जब हम गंदगी फैलाना बंद कर देंगे तो समझो आधा काम तो हो गया. गोमती में छठ के अवसर पर कम से कम दर्जनों ऐसे आयोजन इसी लखनऊ में हुए थे. आपने अनुभव किया होगा कि कितना स्वच्छ छठ मनाया गया था. नागरिकों को हमने निवेदन किया. अपनी व्यवस्थाओं को हमने चुस्त-दुरुस्त बनाया. लोगों को गंदगी न करने के विकल्प दिए कि आप एक कलश में फूल और माला डालिए. नदी में न फेंकिए. इस तरह के विकल्प हमने दिए थे. इस तरह से बहुत स्वच्छ छठ मनाई गई है. इसी प्रकार हम और भी जनभागीदारी से प्रयास करते रहेंगे. मनुष्य और मशीन के उपयोग से हम गोमती नदी को पहले से बहुत अच्छा स्वच्छ रख रहे हैं और इससे भी बेहतर हम आने वाले समय में करेंगे.

सवाल : बिजली कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार चल रहा है, प्रदर्शन जारी है उस पर क्या कहेंगे?

जवाब : बिजली कर्मचारी हमारे परिवार के अंग हैं. हमारे एसीएस होम और मैंने स्वयं उनसे काफी अच्छे ढंग से बात की है. आप देख रहे होंगे बिजली आने में कहीं कोई बाधा नहीं है. बिजली आ रही है और वह लोग सहयोग कर रहे हैं. अपनी बातें हमारे तक पहुंचाई हैं. इस पर हमें आगे क्या करना है, जरूर विचार करेंगे.

यह भी पढ़ें : नजूल की भूमि पर बने रामाधीन सिंह कामर्शियल कॉम्प्लेक्स को तोड़ेगा एलडीए, जानिए दुकानदार क्या बोले

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री अरविंद शर्मा (Urban Development Minister Arvind Sharma) ने "ईटीवी भारत" से एक्सक्लूसिव बातचीत की. उन्होंने बताया कि नई सौर ऊर्जा और जैव ऊर्जा नीति लेकर आए हैं उसमें आमजन के लिए क्या-क्या योजनाएं हैं? किस तरह से जनता इन नीतियों का लाभ उठा सकती है. इसके अलावा अयोध्या को किस तरह से सोलर सिटी के रूप में विकसित करेंगे और गोमती नदी की सफाई को लेकर उनकी क्या योजना है. इस बारे में अपनी बात रखी.

सवाल : नई सोलर एनर्जी और जैव ऊर्जा नीति में क्या कुछ खास है?

जवाब : पिछले दिनों ऊर्जा विभाग ने मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद की अनुमति से नई जैव ऊर्जा नीति और नई सौर ऊर्जा नीति बनाई थी. आज उसके क्रियान्वयन की दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं. क्रियान्वयन की दिशा में पहली चीजें होती हैं कि जन सामान्य को यह पता चले कि नीति क्या है? कैसे उस पर अमल होगा. प्वाइंट ऑफ कांटेक्ट क्या है? सिंगल विंडो सिस्टम क्या है? इसकी हमने जानकारी देने के लिए बुकलेट बनाई है. इसे रिलीज किया गया है. हमने काफी सोचने समझने और मेहनत करके नीतियां बनाई हैं. हमारी नीतियों के आधार पर हमारे राज्य में जैव ऊर्जा के क्षेत्र में और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अच्छा निवेश होगा और अच्छी योजनाएं परियोजनाएं आएंगी. हमारा दोनों ही क्षेत्रों में पोटेंशियल और भी बढ़ेगा. प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की अयोध्या को लेकर एक अंतरराष्ट्रीय नगर बनाने की योजना है, जो हमारी परंपरा रही है अयोध्या राम का धाम है. उसकी जो परिकल्पना है उसमें हम सब संजीदगी के साथ काम कर रहे हैं. अयोध्या को एक सर्वश्रेष्ठ नगर बनाया जाएगा. हमारे नगर विकास विभाग और ऊर्जा विभाग से कार्य किया जा रहा है. ऊर्जा विभाग की तरफ से हम अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में विकसित करेंगे. इसी सौर ऊर्जा नीति में हमने इसका निर्णय लिया है.

ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री अरविंद शर्मा से बातचीत करते संवाददाता अखिल पांडेय



सवाल : नगर विकास विभाग की तरफ से सफाई अभियान तो लगातार चलाया जाता है, लेकिन गोमती नदी को टेम्स नदी के रूप में विकसित करने का जो प्लान था उस पर क्या काम हो रहा है? गोमती तो गंदी ही नजर आ रही है?

जवाब : गोमती को भी हम साफ करेंगे. सफाई की सबसे अच्छी शुरुआत होती है पहले गंदगी न करने से. आपने पिछले छठ का त्योहार देखा होगा. जब हम गंदगी फैलाना बंद कर देंगे तो समझो आधा काम तो हो गया. गोमती में छठ के अवसर पर कम से कम दर्जनों ऐसे आयोजन इसी लखनऊ में हुए थे. आपने अनुभव किया होगा कि कितना स्वच्छ छठ मनाया गया था. नागरिकों को हमने निवेदन किया. अपनी व्यवस्थाओं को हमने चुस्त-दुरुस्त बनाया. लोगों को गंदगी न करने के विकल्प दिए कि आप एक कलश में फूल और माला डालिए. नदी में न फेंकिए. इस तरह के विकल्प हमने दिए थे. इस तरह से बहुत स्वच्छ छठ मनाई गई है. इसी प्रकार हम और भी जनभागीदारी से प्रयास करते रहेंगे. मनुष्य और मशीन के उपयोग से हम गोमती नदी को पहले से बहुत अच्छा स्वच्छ रख रहे हैं और इससे भी बेहतर हम आने वाले समय में करेंगे.

सवाल : बिजली कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार चल रहा है, प्रदर्शन जारी है उस पर क्या कहेंगे?

जवाब : बिजली कर्मचारी हमारे परिवार के अंग हैं. हमारे एसीएस होम और मैंने स्वयं उनसे काफी अच्छे ढंग से बात की है. आप देख रहे होंगे बिजली आने में कहीं कोई बाधा नहीं है. बिजली आ रही है और वह लोग सहयोग कर रहे हैं. अपनी बातें हमारे तक पहुंचाई हैं. इस पर हमें आगे क्या करना है, जरूर विचार करेंगे.

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