लखनऊ: राजधानी की हवा इन दिनों काफी खराब हो चुकी है. दीपावली के बाद से सीपीसीबी रिपोर्ट के अनुसार यूपी में सबसे जहरीली हवा इस समय आगरा की है. लखनऊ का एक्यूआई भी बेहद चिंताजनक स्थिति में पहुंच गया है.
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक इन दिनों लखनऊ की हवा दूषित हो गई है. रिपोर्ट के मुताबिक शहर का एक्यूआई 338 है, जबकि दीपावली से पहले शहर की हवा शुद्ध थी. यूपी के टॉप 10 शहर ऐसे हैं जहां की हवा दीपावली के बाद से दूषित हुई है. वही अगर डॉक्टरों की मानें तो दूषित हवा और दूषित वातावरण कई बीमारियों की वजह बनती है.
राजधानी के तालकटोरा इंडस्ट्री सेंटर का एक्यूआई 436, सेंट्रल स्कूल का एक्यूआई 271, लालबाग का एक्यूआई 331, गोमतीनगर का एक्यूआई 341, भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी क्षेत्र का एक्यूआई 357 और कुकरेल पिकनिक स्पॉटस्पॉट-1 का एक्यूआई 290 है. राजधानी लखनऊ के यह क्षेत्र इंडस्ट्रियल एरिया में शामिल होते हैं जहां पर कल -कारखानें का काम अधिक होता है.
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सीपीसीबी की एयर क्वालिटी इंडेक्स रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को सबसे खराब हवा यूपी के आगरा की है. रिपोर्ट के मुताबिक आगरा की एक्यूआई 486 पहुंच गई है. आगरा की हवा सबसे ज्यादा जहरीली हो चुकी है. इसके बाद गाजियाबाद, गोरखपुर, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम, ग्वालियर, हापुड़, कानपुर, कुरुक्षेत्र, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, मुजफ्फरपुर और प्रयागराज खराब एक्यूआई की लिस्ट में शामिल हैं.
एसएनएमसी के वक्ष एवं क्षय रोग विशेषज्ञ डॉ. गजेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि जैसे -जैसे एक्यूआई बढ़ रहा है, वैसे ही विभाग में मरीजों की संख्या बढ रही है. सोमवार को 282 मरीज हैं. विभाग में 20 मरीज आक्सीजन पर हैं. एक्यूआई बढ़ने से श्वांस और उसके अस्थमा के मरीजों की मुश्किलें बढ़ी हैं. अस्थमा और सीओपीडी के मरीजों की सांस फूल रही है. तमाम ऐसे मरीज आ रहे हैं, जिनकी श्वांस नली में सूजन, सीने में जकड़न, श्वांस लेने में दिक्कत, बार बार छींके आना और आंखों में जलन की शिकायत है. बलगम की मात्रा बढ गई है. पांच दिन से नजला और जुकाम की समस्या के मरीजों की संख्या बढी है.