लखनऊ: राजधानी लखनऊ में हुए गैंगवार में मऊ जिले के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या के बाद पुलिस विभाग सवालों के घेरे में है. घटना के बाद डीजीपी हितेश चन्द्र अवस्थी ने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर नाराजगी भी जताई थी. लेकिन इसी बीच लखनऊ पुलिस प्रशासन में बड़ा फेरबदल हुआ है. इसके तहत लखनऊ से 41 इंस्पेक्टर्स हटा दिए गए हैं. इनमें से 10 वर्तमान में थाना प्रभारी थे.
वाराणसी व आगरा जोन में ज्यादा हुए ट्रांसफर
मिली जानकारी के मुताबिक, अधिकतर इंस्पेक्टर लखनऊ में काफी लंबे समय से टिके हुए थे. लेकिन अपराधों में किसी तरह की कोई कमी नजर नहीं आ रही थी. जिसको लेकर अब इनको अलग-अलग जोन में ट्रांसफर कर दिया गया है. अलग-अलग जोन में हुए ट्रांसफर में सबसे ज्यादा ट्रांसफर वाराणसी और आगरा जोन में किया गया है. जिसमें 8 इंस्पेक्टर वाराणसी भेजे गए हैं, तो वहीं 6 इंस्पेक्टर का तबादला आगरा जोन में किया गया है. इसके अलावा कानपुर, प्रयागराज, बरेली, गोरखपुर जोन में भी इंस्पेक्टरों का ट्रांसफर किया गया है. लेकिन अब जिनको लखनऊ में पोस्टिंग दी गई है उनके लिए भी एक बड़ा चैलेंज बना हुआ है.
प्रमोशन होने के लंबे समय बाद मिली पोस्टिंग
आपको बता दें कि, अभी हाल के दिनों में भी प्रदेश में लंबे समय से एक ही जिले में जमे कई अफसरों का ट्रांसफर किया गया था. बताया गया कि इनमें प्रमोशन के बाद लम्बे समय से पोस्टिंग का इंतजार कर रहे 6 आईपीएस अफसरों को पोस्टिंग मिल गई है. इन अफसरों में प्रकाश स्वरूप पाण्डेय, बृजेश कुमार सिंह, संजय कुमार, कमलेश कुमार दीक्षित, उदय शंकर सिंह और सुरेन्द्र बहादुर के नाम शामिल हैं. इनके अलावा 31 पीपीएस अफसरों का भी तबादला किया गया.