लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक ने खराब प्रदर्शन करने वाले गोरखपुर, चित्रकूट, गाजियाबाद, बरेली और हरदोई के क्षेत्रीय प्रबंधक (आरएम), सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (एआरएम) और सेवा प्रबंधक (एसएम) को प्रतिकूल प्रविष्टि दिए जाने के निर्देश दिए हैं. इन सभी रीजन के अधिकारियों पर आरोप है कि बसों की आय में कमी होने पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है. इसको सुधारने के अपेक्षित प्रयास नहीं किये गए.
परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर लगातार समीक्षा बैठक कर रहे हैं. हर माह आने वाली रिपोर्ट पर उनकी नजर है. खराब प्रदर्शन वाले क्षेत्रों को चेतावनी दी गई है कि अगर सुधार नहीं हुआ तो और कड़ी कार्रवाई की जाएगी. परिवहन निगम के अधिकारी बताते हैं कि एक बस के संचालन पर औसतन प्रतिदिन 13,800 रुपये का खर्च आता है. कई क्षेत्रों में प्रति बस इतनी भी आय नहीं हो रही है. गाजियाबाद की स्थिति पिछले दो साल से लगातार खराब चल रही है. इसी तरह चार और क्षेत्रों के भी हालात खराब हैं. समय दिये जाने के बाद भी सुधार नहीं होने पर अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है. जल्द से जल्द सुधार के निर्देश दिए गए हैं. परिवहन निगम के प्रबंध निर्देशक की उन सभी क्षेत्रों पर बारीकी से नजर है, जिनका लोड फैक्टर बेहतर नहीं आ रहा है. जिससे निगम को फायदे के बजाय नुकसान हो रहा है. एमडी की तरफ से प्रदेश भर के सभी अफसरों को चेतावनी दी गई है कि किसी भी कीमत पर क्षेत्रों की आय कम नहीं होनी चाहिए. पूरी ईमानदारी से काम करें जिससे निगम का फायदा हो.'
इन क्षेत्रों की हुई प्रशंसा : यूपीएसआरटीसी के एमडी की समीक्षा बैठक के दौरान जहां एक तरफ कम आय लाने वाले क्षेत्र के अधिकारियों को कार्रवाई का सामना करना पड़ा, वहीं दूसरी तरफ जो क्षेत्र अच्छा कर रहे हैं उन्हें वाहवाही भी मिली है. परिवहन निगम के एमडी मासूम अली सरवर ने देवीपाटन, मुरादाबाद और आगरा क्षेत्र के अच्छे प्रतिफल पर सराहना की है. लखनऊ क्षेत्र की स्थिति ठीक तो है, लेकिन इसमें और सुधार किए जाने के लिए निर्देशित किया गया है. समीक्षा बैठक में एमडी मासूम अली सरवर के अलावा अपर प्रबंध निदेशक अन्नपूर्णा गर्ग और मुख्य प्रधान प्रबंधक (प्रशासन) राम सिंह वर्मा मौजूद रहे.