लखनऊ: कानपुर में शुक्रवार को हुई हिंसा को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ नाराज़ हैं. उन्होंने हिंसा के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. इस मामले में कुल तीन FIR दर्ज की गयी है. इनमें से दो केस खुद पुलिस ने दर्ज किए हैं. अब तक 35 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं. कानपुर कमिश्नरेट के पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना ने कहा कि हिंसा के मामले में PFI कनेक्शन भी खंगाला जा रहा है. शनिवार को बेकनगंज में हिंसा प्रभावित इलाकों में पुलिस ने पेट्रोलिंग की. कानपुर हिंसा मामले को लेकर बसपा अध्यक्ष मायावती ने सवाल उठाया है. उन्होंने इसे लेकर ट्वीट में लिखा कि ऐसे में यूपी में निवेश कैसे संभव है?
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2. सरकार इस घटना की धर्म, जाति व दलगत राजनीति से ऊपर उठकर स्वतंत्र व निष्पक्ष उच्च-स्तरीय जाँच कराकर दोषियों के विरूद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करे ताकि ऐसी घटना आगे न हो। साथ ही, लोगों से शान्ति व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उत्तेजक भाषणों आदि से बचने की भी अपील। 2/2
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— Mayawati (@Mayawati) June 4, 20222. सरकार इस घटना की धर्म, जाति व दलगत राजनीति से ऊपर उठकर स्वतंत्र व निष्पक्ष उच्च-स्तरीय जाँच कराकर दोषियों के विरूद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करे ताकि ऐसी घटना आगे न हो। साथ ही, लोगों से शान्ति व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उत्तेजक भाषणों आदि से बचने की भी अपील। 2/2
— Mayawati (@Mayawati) June 4, 2022
कानपुर में दो पक्षों में हुए बवाल के बाद डीजीपी मुख्यालय ने कानपुर पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा से रिपोर्ट तलब करते हुए ये जानकारी मांगी है कि आखिरकार किस स्तर से इतनी बड़ी लापरवाही हुई है. वहीं, अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने पत्थरबाजी की घटना के षड्यंटकरियों के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई और उनकी संपत्ति जब्त करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा अग्रिम आदेश तक 2011 बैच आईपीएस अजय पाल शर्मा को कानून व्यवस्था संभालने के लिए कानपुर भेजने के निर्देश दिए गए हैं.
यूपी के ADG कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि कानपुर के बेकमगंज थाना अंतर्गत नई सड़क पर जुमे की नमाज के बाद दुकान बंद करने को लेकर झड़प हुई थी. जिसके बाद वहां पत्थरबाजी ने रूप ले लिया. उन्होंने बताया कि कानपुर में अतिरिक्त पुलिस बल को भेजा गया है, जिसमें 12 कंपनी व एक प्लाटून पीएसी शामिल है. कुछ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को भी रवाना किया गया है. उन्होंने बताया कि जिन्होंने उपद्रव किया है, उनकी वीडियो फुटेज के आधार पर पहचान कराई जा रही है. अब तक 18 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. वहीं, ये निर्देश दिए गए है कि इस घटना के जो भी षड्यंटकारी है उनके खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई कर उनकी संपत्ति जब्त की जाए.
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गौरतलब है कि भाजपा नेता की टिप्पणी के बाद गुरुवार को ही मुस्लिम संगठन की ओर से कानपुर की अधिकांश बाजारों में पोस्टर चस्पा कर दिए गए थे, जिसमें लिखा था कि 'हमारे नबी की शान में गुस्ताखी करने वालों के खिलाफ बाजार बंद होंगे'. इन पोस्टर के लगे होने के बावजूद पुलिस के आलाधिकारी व अभिसूचना इकाई आज की घटना को नहीं रोक सकी. जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कानपुर दौरा था. इसी दौरान मुस्लिम समाज की ओर से जुमे की नमाज के बाद नई सड़क पर जम कर पत्थरबाजी की गई.