लखनऊ. अपर मुख्य सचिव ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत महेश चंद्र गुप्ता (Additional Chief Secretary Energy and Additional Energy Sources Mahesh Chandra Gupta) ने उपभोक्ताओं को समय पर सही बिल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने सभी डिस्कॉम के प्रबंध निदेशकों से कहा है कि अपने क्षेत्र की बिलिंग एजेंसियों के कार्यों की नियमित रूप से सघन मानिटरिंग करें और जो भी एजेंसी निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप कार्य न कर पा रही हो और उसके कार्यों में गुणवत्ता का आभाव हो, ऐसी एजेंसियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें.
अपर मुख्य सचिव ऊर्जा ने मंगलवार को शक्ति भवन में बिलिंग एजेंसियों के प्रतिनिधियों, डिस्कॉम के प्रबंध निदेशको और पाॅवर काॅरपोरेशन के उच्चाधिकारियों के साथ बिलिंग, मीटरिंग व उपभोक्ताओं की शिकायतों के समाधान पर बैठक की. उन्होंने पूर्वांचल की बिलिंग एजेंसी क्वैसकॉर्प को आजमगढ़, गोरखपुर, बस्ती में बिलिंग कार्याें में शिथिलता और खराब परफॉर्मेंस पर शो-कॉज नोटिस देने के निर्देश दिए. उन्होंने बिलिंग एजेंसी स्टर्लिंग टेक्नोलॉजी की शिकायत की है कि पूर्वांचल में 3.50 लाख उपभोक्ताओं के यहां मीटर नहीं लगा पाया गया, जबकि डिस्कॉम इन उपभोक्ताओं के यहां मीटर लगा होना बता रहा है.
इस पर उन्होंने प्रबंध निदेशक पूर्वांचल को अपने कार्यों में शीघ्र सुधार करने की चेतावनी दी और कार्यों के प्रति गंभीरता दिखाते हुए ऐसे उपभोक्ताओं को चिन्हित कर उनके यहां शीघ्र मीटर लगाने के निर्देश दिए. अपर मुख्य सचिव ने उपभोक्ताओं की शिकायतों का समय पर निस्तारण करने के निर्देश दिए. कहा कि 1912 में जो भी शिकायते अभी पेंडिंग है. उन सभी शिकायतों का डिस्कॉम स्तर पर फीडबैक लिया जाए. शिकायतकर्ता को फोन कर वस्तुस्थिति के बारे में जानकारी लें. उन्होंने कहा कि 1912 में आई शिकायतों को उत्तर प्रदेश पाॅवर काॅरपोरेशन नियमित रूप से मॉनिटरिंग करें और जिस डिस्कॉम में शिकायतों की पेंडेंसी हो, उसके प्रबंध निदेशक के खिलाफ कार्रवाई करें. उन्होंने उपभोक्ताओं के केवाईसी डाटा का परीक्षण कराने के लिए 1912 के माध्यम से उनसे संपर्क करने को भी कहा.
अपर मुख्य सचिव ने कार्यों में तेजी लाने और गुणवत्तापूर्ण ढंग से कार्यों को करने के लिए और उत्पन्न परिस्थितियों के समाधान के लिए रणनीति बनाकर तीन स्तरीय व्यवस्था पर कार्य करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि सभी डिस्कॉम अपने यहां की बिलिंग एजेंसियों के कार्यों की मॉनिटरिंग करेंगे और समन्वय बनाकर कार्य करने के लिए एजेंसियों के स्टेट प्रतिनिधियों के साथ डिवीजन स्तर पर जोनल चीफ बैठक करेंगे. 15 दिनों के बाद सभी जोनल चीफ और एजेंसी के स्टेट हेड के साथ संबंधित डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक बैठक करेंगे. इसके बाद सभी डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक और एजेंसी के स्टेट हेड उच्च स्तर पर उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के साथ बैठक करेंगे. अपने बीच की समस्याओं का समाधान करेंगे. उन्होंने कहा कि एक दूसरे पर आरोप लगाने से अब काम नहीं चलेगा. बैठक में चेयरमैन पॉवर कारपोरेशन एम. देवराज, प्रबंध निदेशक पॉवर कारपोरेशन पंकज कुमार, बिलिंग एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे.
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