लखनऊ: प्रदेश सरकार ने तीन माह के लिए पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निजीकरण की इसी शर्त पर रोक लगाई थी कि अभियंता अपने काम में सुधार करें. इसका असर अभियंताओं पर साफ तौर पर दिखने लगा है. दफ्तर से बाहर निकलकर बिजली विभाग के अभियंता अब बिजली चोरी पकड़ने में जुटे हुए हैं. सुबह उपभोक्ता नींद से नहीं जाग पाते हैं कि बिजली विभाग के अधिकारी चोरी पकड़ने पहुंच जाते हैं. गुरुवार को रेजीडेंसी क्षेत्र में बिजली चोरी के खिलाफ अधिकारियों ने चेकिंग अभियान चलाया और बिजली चोरी करते हुए कई उपभोक्ताओं को धर दबोचा.
धरे गए 23 बिजली चोर
रेजीडेंसी उपकेंद्र के अंतर्गत वजीरगंज, राजस्व परिषद अधिकारी आवास, काकोरी कोठी क्षेत्र में चेकिंग अभियान चलाया गया. यहां पर जमकर बिजली चोरी पकड़ी गई. ज्यादातर घरों में बिजली चोरी से ही काम चलाया जा रहा था. बिजली चोरी से घर रोशन हो रहे थे, तो गर्मी में एसी का मजा लिया जा रहा था. अधिकारियों ने ऐसे बिजली चोर उपभोक्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए थाने में एफआईआर दर्ज करा दी है. चेकिंग अभियान में 23 मीटर बायपास, कटिया, अवैध कनेक्शन चलते हुए पाए गए. इनका कुल विद्युत भार 40 किलोवाट था. 23 बिजली चोरों के खिलाफ धारा 135 के तहत अधिकारियों ने मुकदमा दर्ज कराया है.
इन अफसरों ने चलाया संयुक्त अभियान
चेकिंग अभियान में रेजीडेंसी खंड के उपखंड अधिकारी आशीष कुमार, एसडीओ अखिलेश यादव, अवर अभियंता केएन शुक्ला, इंजीनियर आनंद कुमार, इंजीनियर संजय यादव और टेक्नीशियन धर्मेंद्र शर्मा व अनिल कुमार शामिल थे.