लखनऊ: राज्यपाल राम नाईक ने अपने पांच वर्ष के कार्यकाल के पूरा होने से कुछ दिन पूर्व अपनी उपलब्धियां गिनाईं. उन्होंने पांच वर्ष के कार्यकाल के दौरान का कार्यवृत्त भी जारी किया. इस अवसर पर उन्होंने राजभवन में राम नाईक पुस्तक का लोकार्पण किया. राज्यपाल राम नाईक ने उत्तर प्रदेश में शिक्षा विभाग में सुधार का दावा किया और कहा कि समय पर दीक्षांत समारोह सहित नकल विहीन परीक्षा कराने सहित कई उल्लेखनीय काम किए गए.
बता दें कि राज्यपाल राम नाईक ने 22 जुलाई 2014 को राजभवन लखनऊ में राज्यपाल के रूप में शपथ ग्रहण की थी. 22 जुलाई 2019 को उनका पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा हो रहा है. इस दौरान उन्होंने पांच वर्ष के दौरान किए गए कामकाज का ब्यौरा दिया. उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी की मूर्ति लगाए जाने का विकास हो रहा है.
फैजाबाद का नाम अयोध्या कराने को लेकर भी राज्य सरकार को प्रस्ताव दिया था. उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों में भर्ती प्रक्रिया काफी समय से लंबित थी. सरकार की तरफ से कुछ रोक लगाई गई थी, बाद में अभी भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की बात कही गई है. इसके अलावा एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव की सरकार और योगी आदित्यनाथ की सरकार दोनों सरकार उनकी ही सरकार है. ऐसे में कौन सी सरकार ज्यादा बेहतर थी, इसकी तुलना वह नहीं कर सकते हैं.