लखनऊ : धोखाधड़ी समेत अन्य मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इन पर फर्जी शिक्षा संस्थान द्वारा कूटरचित दस्तावेज तैयार कर छात्र-छात्राओं से लाखों रुपए की फीस वसूलने, फर्जी प्रमाण पत्र देने तथा विरोध करने पर धमकाने का आरोप लगा है. पीड़ित छात्र-छात्राओं ने 15 नवम्बर को शिकायत दर्ज कराई थी.
इंस्पेक्टर ठाकुरगंज विजय कुमार यादव (Inspector Thakurganj Vijay Kumar Yadav) ने बताया कि छात्रा अर्चना सिंह ने 15 नवंबर को थाने पर तहरीर दी, जिसमें बताया कि हम सभी छात्र-छात्राएं महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंस एंड हॉस्पिटल भरावन कला, माल रोड, दुबग्गा में अलग-अलग कोर्सेज को लेकर एडमिशन लिया था. प्रवेश के समय संस्थान के संचालक दिव्या केसरी, प्रिंसिपल पूनम केसरी, डायरेक्टर डॉ. गुलशेर आलम खान, मैनेजिंग डायरेक्टर नीतू गौतम एडमिशन तथा अकाउंट इंचार्ज इन लोगों ने हम लोगों से लाखों रुपए फीस जमा की. एक वर्ष बीत जाने के बाद संस्थान का कहना है कि हम सभी छात्र-छात्राओं को कैपिटल यूनिवर्सिटी झारखंड की डिग्री देंगे, जो हमें स्वीकार नहीं है. आरोप है कि संस्थान के प्रबंधक ने कूटरचित दस्तावेज तैयार कर लाखों रुपए छात्र-छात्राओं से हड़प लिए. उन्होंने बताया कि संस्थान के पदाधिकारी सभी विद्यार्थियों को मूल प्रमाण पत्र वापस करने से इंकार कर रहे हैं. विरोध करने पर जानमाल की धमकी दे रहे हैं. भविष्य खराब करने की बात कर रहे हैं. विद्यार्थियों ने आरोप लगाया है कि संस्थान से फीस वापस मांगने पर बंधक बनाया गया, जिसके बाद 112 डायल पर सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने बाहर निकाला. जिसके बाद थाने पर शिकायत दर्ज कराई है. छात्रा अर्चना ने बताया कि छात्र-छात्राओं से लगभग 22 से 23 लाख रुपए की ठगी की गई है. शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्जकर आरोपी संस्था के निदेशक डॉ. गुलशेर आलम, मैनेजिंग डायरेक्टर पूनम केसरी, रिसेप्शन इंचार्ज व एकाउंटेंट नीतू गौतम को गिरफ्तार किया गया है.
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