लखनऊ: कोरोना महामारी के दौरान ठग नए-नए तरीके अपनाकर लोगों के साथ ठगी करते हुए नजर आ रहे हैं. राजधानी के विकास नगर में एक ठग ने ने हॉस्पिटल में एलईडी टीवी व एसी लगाने के लिए ऑर्डर करके मंगाया. इसके बाद डिलीवरी वैन में उसको भरकर दूसरे रास्ते से फरार हो गया. जिसकी जानकारी लगते ही पीड़ित ने विकास नगर थाना में अमित कुमार श्रीवास्तव उर्फ सोनू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. अब उत्तरी जोन की क्राइम टीम ने इस शातिर ठग को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है.
डिलीवरी वैन से एसी व एलईडी टीवी लेकर हुआ था फरार
गोमती नगर निवासी गौरव शुक्ला द्वारा विकास नगर थाना में दिए गए शिकायती पत्र के आधार पर आरोपी के खिलाफ 419 व 420 जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था. गौरव शुक्ला ने आरोप लगाया था कि 20 दिन पहले एसआरएस हॉस्पिटल में दो एसी लगवाए गए थे. इसके 15 दिन बाद फिर से हॉस्पिटल के नाम पर एसी व टीवी लगाने का फोन आया था. जिसमें अपना नाम फोनकर्ता ने दिलीप सिंह बताया था. इस बात पर विश्वास कर उन्होंने पांच एसी व एक एलईडी टीवी डाले में लादकर अपने पार्टनर अमित कुमार श्रीवास्तव के माध्यम से हॉस्पिटल भिजवाया था. दिलीप ने एक पेशेंट के लिए इंजेक्शन लाने के लिए डिलीवरी वाहन को भेज दिया. इसी दौरान डिलीवरी वैन में एसी व एलईडी टीवी भी रखी गई थी. लेकिन डिलीवरी वैन 10 मिनट के अंदर वापस आई तो न तो उसमें दिलीप था और न ही उस डिलीवरी वैन में एसी और टीवी थी. जो वहां से उस वैन में लादी गई थी. पीड़ित ने हॉस्पिटल के अंदर जाकर पता किया गया तो दिलीप नाम का कोई भी स्टाफ उनके यहां नहीं होना बताया गया और न ही हॉस्पिटल में एसी व एलईडी टीवी मंगाने की बात कही गई.
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आरोपी से माल बरामद
विकासनगर इंस्पेक्टर अनिल कुमार का कहना है कि पुलिस जांच में पता चला कि अपराध में प्रयोग किया गया मोबाइल नंबर अमित कुमार श्रीवास्तव के भाई आकाश कुमार श्रीवास्तव का है. अमित कुमार के कहने पर आकाश कुमार ने दिलीप सिंह के नाम से वादी को फोन करके एसआरएस हॉस्पिटल में 5 एसी व एक एलईडी टीवी लगाए जाने की बात कही थी. इस मामले में जांच कर आरोपी को गिरफ्तार कर उसके पास से चार एसी बरामद की गई है. जबकि आरोपी ने एक एसी व एक एलईडी टीवी को किसी के बेच दिया है. इंस्पेक्टर का कहना है की आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसको जेल भेज दिया गया है.