लखनऊ : हमारी सरकार का पहला उद्देश्य यही है कि देश की प्रशासनिक सेवाओं में हमारे प्रदेश के युवाओं की भागीदारी बड़े इसके लिए सरकार की ओर से पूरे प्रयास किया जा रहे हैं. प्रदेश सरकार ने इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए समाज कल्याण विभाग के सहयोग से गरीब परिवारों के बच्चों को अभ्युदय कोचिंग के माध्यम से इन प्रतियोगिकी परीक्षाओं के साथ ही देश के बड़े परीक्षाओं में शामिल होने के लिए निशुल्क कोचिंग मुहैया कराई जा रही है.
समाज कल्याण विभाग द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्र-छात्राओं को निःशुल्क कोचिंग की सुविधा उपलब्ध करा रहा है. जिसके अंतर्गत सभी जिलों में सिविल सेवा, जेईई, नीट, एनडीए, सीडीएस प्रतियोगी परीक्षा की निःशुल्क कोचिंग और विषय विशेषज्ञों से मार्गदर्शन से मिला है. इसी कड़ी में महाराजा बिजली पासी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय आशियाना, लखनऊ समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने कॉलेज में अभ्युदय कोचिंग सेंटर उद्घाटन किया.
इस अवसर पर मंत्री असीम अरुण ने कहा कि समाज में सामाजिक न्याय को स्थापना करने का एकमात्र साधन सभी को शिक्षा प्रदान करना है. अभी तक कोचिंग के माध्यम से गरीब और पिछले वर्ग के अभ्यर्थियों को बेहतर गाइडेंस के साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए एक मंच दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि विभाग की तरफ से मुख्यमंत्री अभ्युदय योजनांतर्गत ऑनलाइन व ऑफलाइन (हाइब्रिड मोड) में अध्ययन की बेहतर सुविधाओं से सुसज्जित अभ्युदय केंद्र हर जिले में शुरू किए जा रहे हैं. जिससे अधिक से अधिक अभ्यर्थियों को गुणवत्तापरक कोचिंग की सुविधा प्राप्त हो सके. बीते दो वर्षों से जब से यह योजना शुरू हुई है. तब से पूरे प्रदेश में यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में 23 व यूपीपीएससी द्वारा आयोजित विभिन्न परीक्षाओं में 124 से अधिक अभ्यर्थी सफलता प्राप्त कर चुके हैं. कार्यक्रम के दौरान सुधीर चौहान निदेशक उच्च शिक्षा, सूर्यपाल गंगवार जिलाधिकारी लखनऊ, सुमन गुप्ता प्रधानाचार्य, एसके बिसेन संयुक्त निदेशक मुख्यालय आदि लोग मौजूद थे.