लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी के 'ब्राह्मण जोड़ो अभियान' को पूर्व कैबिनेट मंत्री अभिषेक मिश्रा ने हास्यापद बताया है. अभिषेक मिश्रा ने एक बयान जारी कर कहा कि उत्तर प्रदेश में 5 साल सरकार में रहने के दौरान बीएसपी को ब्राह्मणों की याद नहीं आई. बल्कि इस दौरान प्रदेश के हर थाने में ब्राह्मणों पर फर्जी एससी-एसटी मुकदमे दर्ज कराए गए थे. अब किसी भी कीमत पर ब्राह्मण बसपा को समर्थन नहीं देगा.
पूर्व कैबिनेट मंत्री अभिषेक मिश्रा ने बहुजन समाज पार्टी के ब्राह्मणों को जोड़ने वाले अभियान को लेकर बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि बीएसपी को एक बार फिर से ब्राह्मणों की याद आ रही है, जबकि पांच साल सरकार में रहने के दौरान इनको कभी भी ब्राह्मणों की याद नहीं आई. जब समाजवादी पार्टी ने भगवान परशुराम की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा लगाने की घोषणा की तब मायावती ने सरकार आने पर सपा से बड़ी और भव्य परशुराम प्रतिमा लगवाने की बात कही. इससे पहले इन्हें परशुराम की याद नहीं आई.
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अभिषेक मिश्रा ने कहा कि अब किसी भी कीमत पर ब्राह्मण दोबारा बसपा के बहकावे में आने वाला नहीं है. बसपा सरकार में कोई भी थाना ऐसा नहीं बचा था, जहां पर ब्राह्मणों के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज न हो. बल्कि बसपा शासनकाल में ब्राह्मणों को दबाने और परेशान करने का काम किया गया था, लेकिन इस बार ब्राह्मण फर्जी मुकदमे दर्ज कराने को तैयार नहीं है. इसलिए वह किसी भी कीमत पर बसपा को समर्थन नहीं देगा.