लखनऊ: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की रिहाई को लेकर कांग्रेस कड़ा रुख अपना रही है. कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ने विधानसभा अध्यक्ष ह्रदय नारायण दीक्षित से फोन पर बातचीत की. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से अजय कुमार लल्लू की गिरफ्तारी मामले में हस्तक्षेप कर विधानसभा के सदस्य की रिहाई सुनिश्चित कराए जाने की बात कही.
मीडिया से बातचीत में आराधना मिश्रा ने बताया कि उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित को अजय कुमार लल्लू की गिरफ्तारी और जेल भेजे जाने के प्रकरण में पत्र लिखकर अनुरोध किया, फिर फोन के माध्यम से भी बात की. अराधना मिश्रा ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष मामले में हस्तक्षेप करें, जिससे कि कांग्रेस अध्यक्ष को जमानत मिल सके.
आराधना मिश्रा ने बताया कि जिस आरोप में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को जेल भेजा गया है उससे उनका कोई सीधा संबंध नहीं है. 1000 बसों की जिस सूचना के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है, वह सूचना कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के निजी सचिव और प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव के बीच हुए पत्राचार का हिस्सा है.
आराधना मिश्रा ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार तानाशाह रवैया अपना रही है. प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू से किसी को मिलने नहीं दिया जा रहा है. यहां तक उनके अधिवक्ता को भी उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा, जबकि वह विधानसभा के सम्मानित सदस्य हैं. ऐसे में विधानसभा अध्यक्ष का हस्तक्षेप करना आवश्यक है.
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