लखनऊ: आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मांग की है कि योगी सरकार 3 से 4 महीने के भीतर पूरे उत्तर प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन की प्रक्रिया पूरी कराए. संजय सिंह ने कहा कि, सरकार ग्लोबल टेंडर प्रक्रिया में अपना समय बर्बाद नहीं करे और टेंडर प्रक्रिया के बजाय सरकार मार्केट में सीधे बात करके वैक्सीन की खरीद करे. क्योंकि कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है और तीसरी लहर आने की आशंका है.
'जब्त इंजेक्शन, दवाओं और ऑक्सीजन का हो उपयोग'
इसके साथ ही राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि कालाबाजारी करने वालों से जब्त जीवन रक्षक दवाओं, इंजेक्शन, ऑक्सीजन सिलेंडर और ऑक्सीमीटर बड़ी संख्या में माल खानों में रखा है. सरकार तत्काल उन जीवन रक्षक दवाइयों को वहां से निकलवा कर जरूरतमंद तक पहुंचाए.
'दवाइयां और ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी चरम पर'
साथ ही संजय सिंह ने मेरठ की पीड़ादायक घटना की निंदा करते हुए योगी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 15 दिन तक एक बेटी को उसके पिता के मौत की खबर तक नहीं दी जा रही है और मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि 'सब कुछ अच्छा है'. संजय सिंह ने कहा कि मरीजों को अस्पताल में इलाज पाने के लिए जूझना पड़ रहा है. योगी सरकार के कुप्रबंधन के कारण प्रदेश में जीवन रक्षक दवाओं के साथ ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी चरम पर है.
सरकार के मंत्री भी उठा रहे व्यवस्था पर सवाल
संजय सिंह ने कहा कि महामारी से त्रासद हुए प्रदेश के हालात को लेकर खुद सरकार के मंत्री भी सवाल उठाने लगे हैं. बरेली से सांसद और केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर यूपी का हाल बताया है. केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने अपने पत्र में अफसरों के फोन नहीं उठाने से लेकर दवा एवं अन्य चिकित्सकीय उपकरणों की कालाबाजारी पर उनका ध्यान आकृष्ट कराया है. प्रदेश की इस हालत के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कम जिम्मेदार नहीं हैं.
'लाखों की हो चुकी है मौत'
इसके साथ ही संजय सिंह ने लेसेंट की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि, इस रिपोर्ट के मुताबिक देश में 10 लाख लोग कोरोना की महामारी से मारे गए हैं. रैलियां करके कोरोना फैलाने वाले पीएम मोदी को इस तबाही की जिम्मेदारी लेनी चाहिए. ये महामारी से मौत है या आपराधिक लापरवाही से हत्या.
'अब गांवों की ओर बढ़ रहा कोरोना'
संजय सिंह ने कहा यूपी के शहरों में कहर ढाने के बाद कोरोना अब गांव की तरफ तेजी से बढ़ रहा है. गांव में सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार के लक्षण वाले लोगों की संख्या बढ़ी है. गोरखपुर, गाजीपुर, बनारस, आजमगढ़, बलिया, मऊ, प्रतापगढ़, प्रयागराज सहित सभी जनपदों के गांवों का बुरा हाल है. ग्रामीण इलाकों में कोरोना की जांच नहीं हो पा रही है. लोगों को कोविड का इलाज नहीं मिल पा रहा है, जिससे लोगों की जान जा रही है.
'मुख्यमंत्री के गृह जनपद में हजारों की संख्या में मरीज'
संजय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर के सीएचसी बांसगांव, भटहट, पिपराइच, पाली, सरदार नगर सहित कई सीएचसी से 4 दिन में ही हजारों कोविड संदिग्ध मरीज मिले हैं. संजय सिंह ने कहा कि, ऐसे संकट के दौर में सरकार फर्जी आंकड़ेबाजी और दिखावे की राजनीति न कर कोरोना मरीजों के लिए समुचित इलाज की व्यवस्था करें. लोगों की टेस्टिंग हो और सरकार ऑक्सीजन, बेड, वेंटिलेटर की व्यवस्था करे.