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हिम्मत है तो लखनऊ में FIR दर्ज कराएं सीएम योगी: आप नेता संजय सिंह

आप के राज्यसभा सदस्य और प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने अयोध्या में राम जन्म भूमि पूजन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को निमंत्रण न देने पर बीजेपी को आड़े हाथों लिया.

aap leader sanjay singh
संजय सिंह ने भाजपा को दलित विरोधी सरकार बताया
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Published : Aug 9, 2020, 6:34 PM IST

लखनऊ: आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में दलितों को सिर्फ वोट बैंक समझा जाता है. जब राष्ट्रपति का चुनाव हुआ तो ढिंढोरा पीट-पीटकर बताया गया कि हमने एक दलित को राष्ट्रपति पद पर बिठाया है. उन्होंने कहा कि जब बात भूमिपूजन की हुई तो प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और राज्यपाल को बुलाया जाता है, मगर राष्ट्रपति को निमंत्रण तक नहीं दिया जाता.

दलितों से लगाव नहीं
संजय सिंह ने हमला बोलते हुए कहा कि इसका यही अर्थ है कि दलित राष्ट्रपति बनाना बीजेपी की राजनीति का हिस्सा मात्र है. बीजेपी पर आरोप लगाते हुए संजय सिंह ने कहा कि इनको दलितों से कोई लगाव नहीं है. दलित के घर प्रसाद पहुंचाने की फोटो सिर्फ दिखावा मात्र है. आम जनता को बरगलाया जा रहा है. जब दलितों को भूमि पूजन में हिस्सा नहीं लेने दिया गया तो बीजेपी दलित वोट बैंक को अपनी तरफ खींचने के लिए प्रसाद भेजने की नौटंकी क्यों कर रही है ?

'सीएम योगी से नहीं डरता'
संजय सिंह ने दिल्ली में अपने खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर पर कहा कि सीएम योगी मेरे खिलाफ हजारों मुकदमे दर्ज करवा सकते हैं. मैं उनसे डरने वाला नहीं हूं मगर मैं एक बात समझना चाहता हूं कि क्या राजधानी लखनऊ में मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने की उनके अंदर हिम्मत नहीं थी या राजधानी में मुकदमा दर्ज होने से उनके दलित विरोधी कृत्यों से पर्दा उठ जाएगा.

'जातिगत आधार पर किया जाता है चयन'
आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी ने कहा कि बहुत से दलित नेता आज तक भाजपा के दलित विरोधी मानसिकता का शिकार होते रहे हैं. भाजपा में उच्च पदों पर काबिलियत नहीं बल्कि जाति का चयन किया जाता है. आज तक देखा गया है कि बीजेपी में कोई भी दलित नेता आगे नहीं बढ़ पाया है, जिसके चलते ही दलितों ने भाजपा से किनारा कर लिया था.

लखनऊ: आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में दलितों को सिर्फ वोट बैंक समझा जाता है. जब राष्ट्रपति का चुनाव हुआ तो ढिंढोरा पीट-पीटकर बताया गया कि हमने एक दलित को राष्ट्रपति पद पर बिठाया है. उन्होंने कहा कि जब बात भूमिपूजन की हुई तो प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और राज्यपाल को बुलाया जाता है, मगर राष्ट्रपति को निमंत्रण तक नहीं दिया जाता.

दलितों से लगाव नहीं
संजय सिंह ने हमला बोलते हुए कहा कि इसका यही अर्थ है कि दलित राष्ट्रपति बनाना बीजेपी की राजनीति का हिस्सा मात्र है. बीजेपी पर आरोप लगाते हुए संजय सिंह ने कहा कि इनको दलितों से कोई लगाव नहीं है. दलित के घर प्रसाद पहुंचाने की फोटो सिर्फ दिखावा मात्र है. आम जनता को बरगलाया जा रहा है. जब दलितों को भूमि पूजन में हिस्सा नहीं लेने दिया गया तो बीजेपी दलित वोट बैंक को अपनी तरफ खींचने के लिए प्रसाद भेजने की नौटंकी क्यों कर रही है ?

'सीएम योगी से नहीं डरता'
संजय सिंह ने दिल्ली में अपने खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर पर कहा कि सीएम योगी मेरे खिलाफ हजारों मुकदमे दर्ज करवा सकते हैं. मैं उनसे डरने वाला नहीं हूं मगर मैं एक बात समझना चाहता हूं कि क्या राजधानी लखनऊ में मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने की उनके अंदर हिम्मत नहीं थी या राजधानी में मुकदमा दर्ज होने से उनके दलित विरोधी कृत्यों से पर्दा उठ जाएगा.

'जातिगत आधार पर किया जाता है चयन'
आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी ने कहा कि बहुत से दलित नेता आज तक भाजपा के दलित विरोधी मानसिकता का शिकार होते रहे हैं. भाजपा में उच्च पदों पर काबिलियत नहीं बल्कि जाति का चयन किया जाता है. आज तक देखा गया है कि बीजेपी में कोई भी दलित नेता आगे नहीं बढ़ पाया है, जिसके चलते ही दलितों ने भाजपा से किनारा कर लिया था.

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